अनुज की सलाह है कि निवेशकों को हिंडेनबर्ग के आरोपों को पूरी तरह से नजरअंदाज करना चाहिए। हिंडेनबर्ग के किसी भी आरोप में कोई दम नहीं है। भारतीय रिटेल निवेशक को अब इन सब बातों से फर्क नहीं पड़ता। बाजार ने बॉटम बना लिया है और आगे चलने को भी तैयार है
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