कंपनी आईपीओ पूर्व निर्गम में 50 करोड़ रुपये तक जुटाने पर विचार कर सकती है। आईपीओ से हासिल राशि में से कंपनी 130 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज का भुगतान करने और 30 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी एस2 इंजीनियरिंग इंडस्ट्री में निवेश के लिए करेगी।
