किशोर लड़के-लड़कियों की डेटिंग के मामले में कोई कानूनी मामला बनता है तो लैंगिक तौर पर जो भेदभाव होता है, उस पर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं। बार एंड बेंच (Bar and Bench) की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि अगर कोई किशोर जोड़ा डेट पर जाता है और लड़की के माता-पिता शिकायत करते हैं तो क्या केवल नाबालिग लड़के को ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए?
Home / BUSINESS / लड़के-लड़कियों की डेटिंग मामले में सिर्फ लड़के ही क्यों दोषी? उत्तराखंड हाईकोर्ट ने उठाए सवाल
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