अजय गुप्ता, जिनके पैर पोलियो के कारण बेकार हो गए थे, कभी दूसरों के कंधों पर बैठकर स्कूल जाते थे। लेकिन आज, उन्होंने न केवल अपनी चुनौतियों को पार किया, बल्कि देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। गुप्ता आज 1,100 से अधिक ‘बचपन’ स्कूलों के फाउंडर हैं, जहां हजारों बच्चों को शिक्षा मिल रही है
Home / BUSINESS / कभी कंधों पर उठाकर ले जाए जाते थे, व्हीलचेयर पर रहने वाले अजय गुप्ता, आज 1,100 ‘बचपन’ स्कूलों का है करोबार
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