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सड़कों पर भी दिखा परंपरा और स्वाद का संगम
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जगह-जगह लोगों ने सड़क किनारे पणा का वितरण किया
भुवनेश्वर। ओडिशा के कोने-कोने में सोमवार को पारंपरिक नववर्ष व पणा संक्रांति हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ प्रारंभ हुआ यह पर्व आस्था, परंपरा और सामूहिक उमंग का जीवंत उदाहरण बन गया। मंदिरों से लेकर मोहल्लों तक और गांव से लेकर शहरों तक, हर स्थान पर उत्सव का माहौल दिखाई दिया।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में जगह-जगह लोगों ने सड़क किनारे पणा का वितरण किया। पारंपरिक गागर, मटकी और पत्तों के दोने में परोसे गए पणा (गुड़, पानी, बेल फल, केले और दही से बना शर्त) को लोगों ने बड़े प्रेम और श्रद्धा के साथ ग्रहण किया। कई स्थानों पर स्वयंसेवकों और युवाओं ने सड़कों पर खड़े होकर राहगीरों को पणा पिलाया।
एक बुजुर्ग श्रद्धालु ने कहा कि यह केवल एक पणा नहीं, हमारी परंपरा है। गर्मी के इस मौसम में शरीर को शीतलता और आत्मा को संतोष देने वाला है पणा।
मंदिरों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर, पुरी श्रीमंदिर, कटक के चंडी मंदिर और बालेश्वर के भूतनाथ मंदिर सहित कई मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई। भगवान विष्णु के वराह अवतार की पूजा कर लोगों ने नए साल में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
डांड नाच और दान की परंपरा
राज्य के कई हिस्सों में डांड नाच देखने को मिला, जिसमें ‘डांडुआ’ समूहों ने भक्तिभाव से भरकर पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए। वहीं, समाजसेवियों और धार्मिक संस्थाओं ने गरीबों को अन्न, वस्त्र और शीतल पेय का वितरण कर दान और सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाया।
गांवों में सामूहिक भोज
ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक भोज और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने लोकगीतों और पारंपरिक नृत्य में भाग लिया।
डिजिटल मंचों पर भी दिखा त्योहार का रंग
देश और विदेश में बसे ओड़िया समुदाय ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से इस पर्व को मनाया। इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर पणा संक्रांति से जुड़े वीडियो और तस्वीरें छाए रहे।
पणा संक्रांति केवल नववर्ष की शुरुआत नहीं, बल्कि ओडिशा की गहराई से जुड़ी संस्कृति, समरसता और सेवा की भावना का उत्सव है।
हनुमान जयंती भी धूमधाम से मनी
हनुमान जयंती के अवसर पर राज्यभर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिला। भक्त भगवान हनुमान से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उत्साहित होकर विभिन्न मंदिरों में पहुंचे।
आज देशभर में श्रद्धालु हनुमान जयंती धूमधाम से मना रहे हैं। यह पर्व भगवान हनुमान के जन्म की खुशी में मनाया जाता है, जिन्हें उनके भगवान राम के प्रति असीम श्रद्धा, बल, साहस और भक्ति के लिए पूजा जाता है।
हनुमान जयंती के अवसर पर ओडिशा के हनुमान मंदिरों में भी विशेष पूजाएं आयोजित की गईं। मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ, भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। भक्तजन पूरे श्रद्धा भाव से भगवान हनुमान के चरणों में आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिरों में सुबह से ही आने शुरू किए।
ओड़िया पंचांग लागू
इस बीच, रविवार को पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में ओड़िया पंचांग का नया संस्करण “पवित्र त्रिमूर्ति” समर्पित किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित थीं। यह नया पंचांग आज से लागू हो गया है और इसे ओड़िया समुदाय के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक दस्तावेज़ माना जा रहा है।