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बर्बरता का इतिहास बना दक्षिण दिनाजपुर
लक्ष्मी शर्मा, दक्षिण दिनाजपुर
उस महिला का गुनाह बस इतना था कि उसने विरोध किया था। सच की जितनी जमीन रास्ते के लिए चाहिए थी, आप उससे ज्यादा ले रहे थे और उसके विरोध का परिणाम बहुत भयानक हुआ। उसके पैरों में रस्सी बांधकर उसे सरेआम गांव में रस्ते पर खींचा गया। घटना दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर के नंदनपुर ग्राम पंचायत के फतहनगर बूथ का है। एक रास्ता बनाने के लिए तृणमूल संचालित पंचायत के सदस्य जमीन मांगने के लिए गए. रास्ते के लिए आश्वयक जमीन से अधिक जमीन लेने का स्मृति कना दास नामक एक महिला ने विरोध किया। उसने कहा कि रास्ता तैयार करने के लिए जितनी जगह लेने की बात हुई थी, उससे कहीं ज्यादा जगह आप लोग ले रहे हैं। बस इतना ही बोलना उसके लिए किसी भयानक विपदा से कम नहीं था। आरोप है कि विरोध करने के कारण उस महिला व उसकी बहनों के ऊपर अमानवीय अत्याचार शुरू कर दिए तृणमूल कर्मियों ने। उस इलाके में उस महिला की पहचान बतौर भाजपा समर्थक के रूप में भी है। दोनों बहनों को रास्ते के बगल में फेंक कर उनके ऊपर अमानवीय अत्याचार किया गया। वे उनके पैरों को रस्सी से बांधकर उन्हें दूर तक ले गये। जब वह उठकर खड़ी होने की चेष्टा करती थीं, तब उन पर बेंत की छड़ी से उनको मारा गया। इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। आज सुबह गंगारामपुर थाने में लिखित अभियोग दर्ज किया गया। यह अभियोग दायर किया स्मृतिकाना दास ने। घटना की छानबीन गंगारामपुर थाने की पुलिस ने शुरू कर दी है। इस घटना पर भाजपा राज्यसभा पति दिलीप घोष ने कहा कि इस प्रकार की घटना राज्य की हर जगह पर ही प्रायः हो रही है। जब भी भाजपा का कार्यकर्ता किसी काम का विरोध करता है, तो उसका चिह्नित कर हमला किया जाता है। ममता बनर्जी गुंडों को पाल रखी हैं। तृणमूल के गुंडे सरेआम अत्याचार कर रहे हैं। इस मामले में आरोपी अमल सरकार को तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने निलंबित करते हुए पद से हटा दिया है।