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ढेंकानाल में जानवरों के शिकार के लिए रखा गया बम फटा, एक की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

  •  दोपहर में हुआ जोरदार धमाका, गांव में मची अफरा-तफरी

ढेंकानाल। ढेंकानाल जिले के कंकड़ाहाड़ थाना अंतर्गत झटकीपसी गांव में सोमवार को जानवरों के शिकार के लिए रखे गए बम के विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब गांव में कुछ लोग कथित रूप से शिकार के उद्देश्य से देसी बम तैयार कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, दोपहर में अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए। घटनास्थल पर धुएं का गुबार उठता देखा गया और स्थानीय लोग जब दौड़कर वहां पहुंचे, तो तीन लोग खून से लथपथ और बुरी तरह घायल अवस्था में पड़े थे।
देरी से पहुंची मदद, रास्ते में फटा एंबुलेंस का पहिया
स्थानीय लोगों ने तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दी और घायलों को कामाख्यानगर उप-मंडल अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। लेकिन दुर्भाग्यवश, रास्ते में एंबुलेंस का टायर फट गया, जिससे अस्पताल पहुंचने में विलंब हुआ।
अस्पताल पहुंचते ही देवेंद्र टिउ (35) को मृत घोषित कर दिया गया। अन्य दो घायलों की पहचान भंजा नायक और बुलु नायक के रूप में हुई है, जिन्हें गंभीर अवस्था में ढेंकानाल जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचएच) में भर्ती कराया गया है। दोनों के हाथ, पैर और सीने में गंभीर जख्म आए हैं और उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
परिजनों ने जताई अनभिज्ञता, बोले – क्या हुआ, समझ नहीं पाए
घटना को लेकर मृतक के एक रिश्तेदार ने बताया कि हमारे घर के पास जोरदार धमाका हुआ। यह बम था या कुछ और, हमें नहीं पता। लेकिन जब वहां पहुंचे तो तीनों बुरी तरह घायल थे।
वहीं एक घायल के भाई जुलु नायक ने कहा कि मेरा भाई और उसके दो साथी कुछ कर रहे थे, तभी अचानक तेज विस्फोट हुआ। हम लोग तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे।
स्थानीय पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और विस्फोट के कारणों की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बम कैसे और किस उद्देश्य से बनाया जा रहा था, लेकिन प्रारंभिक अनुमान है कि इसका इस्तेमाल जंगली जानवरों के शिकार के लिए किया जा रहा था।
गैरकानूनी रूप से विस्फोटक रखने और शिकार के प्रयास की जांच तेज
पुलिस ने घटनास्थल से कुछ अवशेष जब्त किए हैं और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। साथ ही, गांव के अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इस घटना ने जंगल और ग्रामीण इलाकों में गैरकानूनी रूप से शिकार के लिए रखे जाने वाले विस्फोटकों के खतरों को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
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