बेंगलुरु। बेंगलुरु के रहने वाले मोहम्मद राहील मौसीन एक ऐसे परिवार से हैं जिनके खून में हॉकी है। उनके दादा, मोहम्मद अमीरुद्दीन और उनके पिता, मोहम्मद नसीरुद्दीन ने घरेलू सर्किट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि उनके भाई, मोहम्मद नईमुद्दीन ने भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम में जगह बनाई। एंटवर्प और लंदन में मिनी-टूर्नामेंट के लिए 24 सदस्यीय टीम में जगह बनाने के बाद राहील अब एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 में खेलने के लिए तैयार हैं।
आगामी एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 के महत्व पर राहील ने हॉकी इंडिया के हवाले से कहा, “मुझे लगता है कि मुख्य ध्यान ओलंपिक की तैयारी पर है। मेरा मानना है कि एफआईएच प्रो लीग मैच एक टीम के रूप में हमारी मदद करेगा। मैं कई बार टीम से अंदर-बाहर होता रहा हूं, इसलिए पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए टीम में जगह पक्की करने का यह सही मौका होगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं इन मैचों के दौरान क्या भूमिका निभाता हूँ; मैं अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने का लक्ष्य रखूंगा।”
राहील ने एफआईएच प्रो लीग 2022/23 में न्यूजीलैंड और स्पेन के खिलाफ खेलते हुए पदार्पण किया। वह उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थे, जिसने 2022 और 2024 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था।
उन्होंने कहा, “मैं बेल्जियम, जर्मनी और अन्य टीमों का सामना करने के लिए उत्साहित हूं क्योंकि यह मेरे लिए एक नई चुनौती है। हालांकि मैंने उन्हें खेलते हुए देखा है, उनके खिलाफ मैदान पर उतरना एक पूरी तरह से अलग अनुभव है। इन नए विरोधियों के खिलाफ मैं अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हूं। वर्तमान में, कई यूरोपीय टीमें समान रणनीतियों को अपनाती हैं, और मेरा मानना है कि मेरी चकमा देने की क्षमता अमूल्य साबित होगी, खासकर जब वे एरियल रुट को बंद करने का प्रयास करते हैं।”
पेरिस 2024 ओलंपिक नजदीक आने के साथ, भारतीय पुरुष हॉकी टीम अर्जेंटीना, बेल्जियम, जर्मनी और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ आगामी मैचों में फिनिशिंग टच देना चाहेगी। ये खेल खिलाड़ियों के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए टीम में जगह पक्की करने की होड़ में अपनी छाप छोड़ने के आखिरी अवसरों में से एक होंगे।
टीम में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा को लेकर राहील ने कहा, “टीम में प्रतिस्पर्धा वास्तव में स्वस्थ है क्योंकि हम एक-दूसरे को बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी सुधार के लिए प्रयास करता है, टीम के समग्र विकास में योगदान देता है। यह सामूहिक प्रयास होगा। निस्संदेह ओलंपिक के लिए हमारा प्रदर्शन बेहतर होगा।”
साभार – हिस