नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट इतिहास में आज का दिन काफी यादगार है। वर्ष 2020 में आज ही के दिन, अपनी अपरंपरागत कप्तानी और साहसिक बल्लेबाजी शैली के माध्यम से भारतीय क्रिकेट को नया आकार देने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने अपने शानदार 15 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कहा था।
विकेटकीपर-बल्लेबाज ने धोनी ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर मुकेश के गीत “मैं पल दो पल का शायर हूं” के साथ की थी।
उन्होंने सोल मीडिया पर लिखा था, “आपके प्यार और समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 19:29 बजे से मुझे रिटायर समझें।”।
धोनी सभी महत्वपूर्ण आईसीसी टूर्नामेंटों में टीम को जीत दिलाने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011 जीता था। इसके अलावा धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था, जो भारत द्वारा जीता गया आखिरी आईसीसी खिताब है।
उन्होंने 60 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया, 27 में जीत हासिल की, 18 में हार का सामना किया, और 15 ड्रॉ के साथ समाप्त हुए।
छोटे प्रारूपों में उनका प्रदर्शन और भी उल्लेखनीय था। 72 टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की कप्तानी करते हुए, उन्होंने 41 में जीत हासिल की, 28 में हार का सामना करना पड़ा, एक टाई रहा और दो में कोई नतीजा नहीं निकला। इस प्रारूप में उनकी सफलता दर सराहनीय 56.94% रही।
दिसंबर 2004 में अपने पदार्पण से लेकर अगस्त 2020 में अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा तक, धोनी ने खेल की दुनिया पर एक स्थायी छाप छोड़ी। उन्होंने 350 मैचों में 10,773 वनडे रन और 90 टेस्ट मैचों में 4876 रन बनाए।
स्टंप के पीछे, धोनी की जबरदस्त उपस्थिति थी, उन्होंने कुल 829 शिकार के साथ तीसरे सबसे कुशल अंतरराष्ट्रीय विकेटकीपर के रूप में अपना करियर समाप्त किया।
2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी, उन्होंने ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के साथ अपना जुड़ाव बनाए रखा है। उनके नेतृत्व में, फ्रेंचाइजी ने पांच आईपीएल चैंपियनशिप जीती हैं, जिनमें से नवीनतम मई 2023 संस्करण में हासिल की गई थी।