नई दिल्ली, इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) ने गुरुवार को मणिपुर जूडो एसोसिएशन (एमजेएम) के साथ साझेदारी की घोषणा की है, जो मणिपुर राज्य में जूडो के विकास के लिए जिम्मेदार है।
इस करार का लक्ष्य राज्य में जूडो के खेल के लिए एक संरचित एथलीट विकास मार्ग बनाना एवं भारतीय जुडो को वैश्विक स्तर पर सफलता हासिल करने में मदद करना है। आईआईएस और एमजेए के बीच अपनी तरह के इस अनूठे सहयोग का उद्देश्य जूडो को दुनिया के प्रमुख ओलंपिक खेलों के रूप में मान्यता दिलाना और आगे बढ़ाना है।
आईआईएस खेल के तकनीकी पहलुओं पर जोर देकर और विशिष्ट कार्यक्रमों को वितरित करके भारत के भविष्य के ओलंपियनों को बेहतर अवसर और प्रशिक्षण प्रदान करना है। मणिपुर राज्य में एमजेए जूडो कार्यक्रमों का संचालन करता है और एक अकादमी चलाने का प्रभारी है, जो जुडो को प्रशिक्षित करता है। यह तकनीकी प्रशिक्षण और टूर्नामेंट जैसे क्षेत्रों में सहायता प्रदान करता है। यह साझेदारी भारतीय एथलीटों को आवश्यक समर्थन और सही प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे तक पहुंच प्रदान करने के लिए दशकों के अनुभव वाले कोचों को एक साथ लाएगी।
एसोसिएशन के बारे में बात करते हुए एमजेए के महासचिव सोइबाम इंद्रकुमार ने कहा, “जूडो एक ऐसा खेल है जो मणिपुर से बहुत सारी प्रतिभाओं को बढ़ता हुआ देख रहा है। हम इसे जमीनी स्तर से लेकर कुलीन प्रशिक्षण तक एक उभरते और महत्वपूर्ण ओलंपियन खेल के रूप में बढ़ावा देना चाहते हैं, और इसके लिए आगे का रास्ता, हम आईआईएस के साथ साझेदारी करके बहुत खुश हैं जो पेशेवर और समग्र एथलीट विकास का प्रतीक है। लिंथोई चनांबम जैसे एथलीट, जिन्होंने हाल ही में अपना नाम बनाया है, इस सहयोग से प्राप्त किए जा सकने वाले प्रयासों और परिणामों का एक उदाहरण हैं और हम ऐसी कई और सफलता की कहानियां एक साथ बनाने के लिए तत्पर हैं।”
साभार -हिस