मैच की शुरुआत समान रूप से हुई और दोनों टीमों ने जल्दी-जल्दी एक दूसरे के साथ अंकों का आदान-प्रदान किया क्योंकि जिसकी वजह से मैच के 5वें मिनट में स्कोर बोर्ड 4-4 पढ़ा गया। नितेश कुमार ने कई मौकों पर पवन सहरावत को पछाड़ते हुए महत्वपूर्ण टैकल पॉइंट हासिल किए। कुछ लापरवाह रेडिंग के कारण योद्धाओं ने बेंगलुरु के हाथों अपनी बढ़त खो दी और स्कोरबोर्ड 12वें मिनट बेंगलुरु बुल्स के पक्ष में 7-9 हो गया । योद्धाओं ने एक सुपर टैकल करते हुए बढ़त को कम कर दिया एवं परिणामस्वरूप स्कोर 15वें मिनट में 9-10 हो गया। क्षण भर बाद बेंगलुरु ने योद्धाओं को ‘ऑल-आउट’ करते हुए मैच के पहले हाफ के ख़त्म होने में 4 मिनट पहले 15-9 की मज़बूत से बढ़त बना ली। योद्धाओं ने श्रीकांत जादव की सहायता से कुछ अंक अर्जित किए, लेकिन बेंगलुरू बुल्स ने अपनी बढ़त को बनाए रखते हुए पहला हाफ 18-13 के साथ अपने पाले में समाप्त किया।
यूपी योद्धा ने दूसरे हाफ की शुरुआत धीमी गति से की और लापरवाह खेल के कारण जल्दी अंक गंवा दिए और एक बार फिर से मैच के 24वें मिनट में स्कोरबोर्ड 15-23 योद्धाओं के प्रतिकूल रहा। श्रीकांत जादव और नितेश कुमार की मदद से यूपी योद्धा ने अपनी गति बढ़ाई और बैक-टू-बैक अंक अर्जित किए, जिससे बढ़त कुछ काम होते हुए 19-24 हो गई। बेंगलुरु ने मैच के 31वें मिनट में योद्धाओं को ‘सुपर टैकल’ दिया और 26-19 के स्कोर के साथ आगे निकल गया । बेंगलुरू बुल्स ने 36वें मिनट में अपनी बढ़त को 21-30 से आगे बढ़ाते हुए योद्धाओं के जीतने के सपने को लगभग ख़त्म कर दिया। खेल में 3 मिनट शेष रहने पर, योद्धाओं ने सुमित की मदद से बुल्स पर ‘सुपर टैकल’ किया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी । सुरेंद्र गिल द्वारा अंतिम क्षणों में अर्जित किये गए कुछ अंक और नितेश कुमार के ठोस डिफेंस ने योद्धाओं को आगे 5 अंकों की बढ़त कम करने में सहायता प्रदान ज़रूर की मगर जीत दिलाने में नाकाम रही और इसी के साथ बेंगलुरु ने योद्धाओं को 31-26 के स्कोर से हरा दिया।
साभार-हिस