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ओडिशा के कम से कम 200 नौकरी चाहने लोग हुए ठगी के शिकार
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आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
भुवनेश्वर। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक और फर्जी नौकरी रैकेट का खुलासा किया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि इस रैकेट के चक्कर में आकर ओडिशा के कम से कम 200 नौकरी चाहने वाले युवा ठगी के शिकार हुए हैं। मामले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू की टीम ने आज दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान बालेश्वर के राजकिशोर पटनायक (वर्तमान में बोमिखाल निवासी) और नरसिंहपुर, बालेश्वर (वर्तमान में नयापल्ली) के अरुण मोहंती के रूप में बताई गई है। उन्होंने आईपीसी की धारा 420/467/468/471/120-बी के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़ितों में से एक भुवनेश्वर की कुमुदिनी साहू के आरोप पर मामला दर्ज किया गया था कि आरोपी राजकिशोर पटनायक, अरुण मोहंती और भवानी शंकर दास ने नियुक्ति पत्र जैसे जाली दस्तावेजों का प्रदर्शन करके सरकारी नौकरी की व्यवस्था करने के लिए उससे 8.15 लाख रुपये की ठगी की थी। दस्तावेजों पर ओडिशा सरकार का लोगो और मुहर लगा था।
राजकिशोर पटनायक ने उसे 34,000 रुपये के मासिक वेतन पर राजभवन में क्लर्क की सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया था और इसके लिए 6 लाख रुपये की मांग की। उसने लगभग 2 लाख रुपये एडवांस के रूप में दिए, लेकिन पैसे मिलने के बाद राजकिशोर पटनायक ने उससे किनारा करना शुरू कर दिया। फिर वह आरोपी अरुण मोहंती और भवानी शंकर दास के संपर्क में आयी। आरोपी अरुण मोहंती ने उसे एक सप्ताह के भीतर नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया और इसके लिए सात लाख रुपये की मांग की। उसने राशि का भुगतान किया, लेकिन उसे कोई नौकरी नहीं मिली।
राजभवन में भी नौकरी दिलाने का झांसा
ठगबाजों ने एक स्कूल में चपरासी के पद के लिए एक अन्य सुशांत कुमार मुदुली से 1.05 लाख रुपये, खुर्दा कलेक्ट्रेड में चपरासी के पद पर दीपक कुमार नायक से 4.50 लाख रुपये, राजभवन भुवनेश्वर में चपरासी की नौकरी के लिए दीपू बिस्वाल से 2 लाख रुपये की ठगी की है। अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि इन ठगबाजों ने ओडिशा के सैकड़ों नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को जाली, मनगढ़ंत सरकारी पत्र, लोगो, सील और चयन सूची आदि दिखाकर ठगा है।
कई विभागों के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बरामद
दोनों ठगबाजों के घरों की तलाशी के दौरान सरकारी नियुक्ति पत्र, ज्वाइनिंग लेटर और लोक सेवा भवन और सचिवालय की सील जैसे सैकड़ों फर्जी दस्तावेजों के साथ सैकड़ों रिज्यूम, बायोडाटा, मार्कशीट, आवेदन पत्र और जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही ओडिशा सरकार के विभिन्न विभागों जैसे राजभवन, शिक्षा विभाग, ऊर्जा विभाग, सचिवालय, यातायात पुलिस, आबकारी विभाग, केन्द्रीय विद्यालय, आयकर विभाग में विभिन्न पदों जैसे चपरासी, क्लर्क, फायर मैन, सुरक्षा आदि के लिए उम्मीदवारों के नियुक्ति पत्र भी बरामद हुए हैं।