-
6,000 रुपये रिश्वत लेते विजिलेंस विभाग की टीम ने पकड़ा
-
इलेक्ट्रिक वाहन की अग्रिम राशि जारी करने के लिए मांगे थे 6000 रुपये
पुरी। विजिलेंस विभाग की टीम ने गुरुवार को पुरी स्थित उप-प्रशासनिक पशुचिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सेक्शन आफिसर मनोज मोहंती को कथित तौर पर 6,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने एक कर्मचारी और उसके तीन सहकर्मियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन की अग्रिम राशि जारी करने में मदद के नाम पर यह रकम वसूली।
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार, रेंच, निमापाड़ा ब्लॉक में तैनात उप-प्रशासनिक पशुचिकित्सा अधिकारी कार्यालय के एक कर्मचारी ने ईवी अग्रिम राशि के लिए सरकार से स्वीकृति प्राप्त कर ली थी। लेकिन मोहंती ने स्वीकृत राशि जारी करने में बार-बार विलंब किया और रकम जारी करने से पहले 6,000 रुपये की रिश्वत की शर्त रखी। से परेशान कर्मचारी ने मामला विजिलेंस अधिकारियों के संज्ञान में लाये।
विजिलेंस की टीम ने इसके बाद जाल बिछाया और मोहंती को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 6,000 रुपये की पूरी राशि जब्त कर ली गई। इसी के साथ, विजिलेंस टीम ने मोहंती से जुड़े दो स्थानों पर आय से अधिक मामले में छापेमारी शुरु कर दी है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार रोधी अधिनियम, 2018 के प्रावधानों के तहत की जा रही है।
पुरी विजिलेंस पुलिस स्टेशन में इस मामले में धारा 7, भ्रष्टाचार (संशोधन) अधिनियम, 2018 के तहत मामला संख्या 10/2025 दर्ज किया गया है।