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सरकार का प्रतिनिधि बनकर विधायक अनंत नारायण जेना ने परिवार से मिलकर जताई संवेदना
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जेना ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन
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हिन्दीभाषियों के हर सुख-दुःख की घड़ी में राज्य सरकार साथ में – नंदलाल सिंह
भुवनेश्वर-महाकवि रामधारी सिंह यह कविता “कलम आज उनकी जय बोल…!” देशभक्तों की गुणगान के लिए विख्यात है। लेकिन आज हम यहां इसलिए उल्लेख कर रहे हैं कि कलमकारों की बदौलत सरकार की नींद जगी और कुआखाई हादसे के पीड़ित परिवार से उसके प्रतिनिधि विधायक अनंत नारायण जेना ने अपनी और सरकार की संवेदना जताई। विधायक ने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख रुपये बतौर मुआवजा देने के सरकार के निर्णय से परिवार को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 10 हजार रुपये रेड क्रास सोसाइटी के फंड से दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कुआखाई घाट पर अमरजीत साह नामक एक बच्चे की मौत नदी में डूबने से हो गई। इसके बाद मीडिया में मुद्दा काफी छाने के बाद सरकार की नींद खुली। इसके बाद स्थानीय विधायक अनंत नारायण जेना परिवार के सदस्यों से मिलने पहुंचे। इस दौरान बीजद अप्रवासी सामुख्य के संयोजक नंदलाल सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने इस मुद्दे को उठाने के लिए मीडिया के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में मीडिया को अपनी भूमिका नहीं छोड़ी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया और जनप्रतिनिधि दोनों ही लोकतंत्र के अहम हिस्सा हैं। दोनों को मिलकर देश की जनता के विकास के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिन्दीभाषियों के हर सुख-दुःख में साथ खड़ी है। उल्लेखनीय है कि बीजू जनता दल ने राज्य में बाहरी राज्यों से आकर बसे गैर ओडि़याभाषियों को राजनीति में प्रतिनिधित्व करने के लिए बीजद अप्रवासी सामुख्य का गठन किया है। इसके संयोजन की जिम्मेदारी बिहार के बक्सर जिले के नंदलाल सिंह को सौंपी गई है। सरकार ने नंदलाल सिंह को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा है कि कोई भी गैर ओड़ियाभाषी राज्य सरकार की सविधाओं से वंचित न रहे।
आज इसी कड़ी में नंदलाल सिंह ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करते हुए मीडिया के मुद्दे को राज्य सरकार तक पहुंचा तथा पीड़ित परिवार को मदद दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया, जो सफल रहा।
विधायक जेना तथा नंदलाल सिंह के साथ अरुण कुमार मिश्र, कुआखाई छठ पूजा समिति के चेयरमैन पीके अमर,शेखर सिंह, शंकर यादव, अनिल सिंह, राजकुमार साह, राम पदारथ राय के साथ-साथ अन्य कई लोग तथा कटक से मनोज शर्मा, शैलेश वर्मा, कुमुद सिंह, राममूर्ति तिवारी तथा मुकेश सिंह भी उपस्थित थे।