भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने आज राज्य में कोरोना टीका लेने के बाद कोरोना संक्रमण का अध्ययन करने के लिए विशेषज्ञों की एक तकनीकी समिति का गठन किया है.
यह जानकारी राज्य सरकार द्वारा जारी एक अधिसूचना में दी गयी है, जिसमें कहा गया है कि कोविद-19 की संभावित भविष्य की लहरों के लिए राज्य की योजना, तैयारी के लिए महामारी विज्ञान, माइक्रोबायोलॉजिकल, इम्यूनोलॉजिकल, जीनोमिक और क्लिनिकल अध्ययन की आवश्यकता है.
आज जारी अधिसूचना के अनुसार, निदेशक, जीव विज्ञान संस्थान (आईएलएस) डॉ अजय कुमार परिडा की अध्यक्षता में समिति के सदस्य के रूप में सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ निरंजन मिश्र के साथ सदस्य के रूप में छह अन्य विशेषज्ञ होंगे.
समिति के अन्य सदस्यों में डॉ संघमित्रा पति, निदेशक आरएमआरसी, भुवनेश्वर; डॉ कौशिक मिश्र, अधीक्षक, एसजेएमसीएच, पुरी; प्रो डॉ निरुपमा चयनी, प्रो और एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी, एससीबी एमसीएच, कटक; प्रो डॉ एमआर पटनायक, प्रो और एचओडी, पल्मोनरी मेडिसिन, एससीबी एमसीएच, कटक; और प्रो डॉ प्रदीप्त शेखर पात्र, प्रोफेसर और एचओडी रुमेटोलॉजी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी, आईएमएस और एसयूएम अस्पताल, भुवनेश्वर शामिल हैं.
अधिसूचना के अनुसार, समिति टीकाकरण के बाद की अवधि के दौरान कोविद-19 के माध्यम से संदिग्ध, पुष्टि की गई ब्रेक में माइक्रोबायोलॉजिकल और क्लिनिकल प्रस्तुतियों की घटनाओं, स्पेक्ट्रम और उनके परिणाम का अध्ययन करेगी.
अधिसूचना में कहा गया है कि समिति अपनी टिप्पणियों को मार्गदर्शन और आगे की कार्रवाई के लिए राज्य को रिपोर्ट करेगी.