भुवनेश्वर मुख्यमंत्री ने कल सात जिलों में सात लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की आधारशिला रखी. उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन की मदद से बालेश्वर में स्थापित एक अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, डेंगू और डायरिया वार्ड का भी उद्घाटन किया.
सीएम ने वर्चुअल मोड के माध्यम से कटक में एक सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन लंग डिजीज ट्रीटमेंट और नवरंगपुर में एक आरटी-पीसीआर टेस्ट लेबोरेटरी का भी उद्घाटन किया. बुनियादी सुविधाओं के लिए 29.41 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है. सीएम ने उम्मीद जताई कि नई सुविधाएं जल्द ही लोगों को सेवाएं प्रदान करेंगी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन बुनियादी ढांचे पर 29.41 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई थी. उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं हुई. पटनायक ने कहा कि ओडिशा ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के अलावा 17 राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर कई कीमती जिंदगियां बचाई हैं.
यह ओडिशा के लिए एक विशेष पहचान बनाने के अलावा, प्रत्येक ओड़िया के लिए आत्म-संतुष्टि का विषय है.
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन पैदा करने से लेकर मरीज को इसकी आपूर्ति करने तक एक जटिल प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए कई तरह के उपकरण, लॉजिस्टिक्स, निरंतर पर्यवेक्षण और कई अन्य व्यवस्थाओं की आवश्यकता होती है.
पटनायक ने कहा कि हमने देश में और यहां तक कि चीन से भी अलग-अलग जगहों से ऑक्सीजन सिलिंडर मंगवाकर अपने सिस्टम को मजबूत किया है.
कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में अनिश्चितता के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अभी से तैयार रहने की जरूरत है. हम अपने हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थकेयर कर्मियों और प्रशिक्षण को मजबूत कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि ये नई व्यवस्था बहुत जल्द लोगों की सेवा करेगी. पटनायक ने इन बुनियादी ढांचे के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र को उनकी सहायता के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से सभी कोविद मानदंडों का पालन करते हुए राजा और सावित्री त्योहारों का पालन करने का अनुरोध किया.
कार्यक्रम में झारसुगुड़ा से शामिल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नवकिशोर दास ने कहा कि अब ऑक्सीजन के क्षेत्र में ओडिशा देश के लिए आशा की एक नई किरण बन गया है. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रयास की सराहना की. उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन बुनियादी ढांचे के साथ ओडिशा तीसरी लहर से सफलतापूर्वक निपटेगा.
बलांगीर से कार्यक्रम में शामिल महिला एवं बाल विकास एवं मिशन शक्ति मंत्री टुकुनी साहू और भुवनेश्वर से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अशोक पांडा ने राज्य में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय विकास के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की. उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस बुनियादी ढांचे के साथ ओडिशा आने वाले दिनों में कोविद और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटेगा.
उप मुख्य सचेतक, नवरंगपुर के सांसद, बालेश्वर, बलांगीर, कटक-चौद्वार और नवरंगपुर के विधायकों ने भी समारोह में अपनी-अपनी बातें रखीं. कार्यक्रम का संचालन मुख्यमंत्री के सचिव (5-टी) वीके पांडियन ने किया. अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) पीके महापात्र ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि राज्य में नवरंगपुर सहित 17 आरटी-पीसीआर प्रयोगशालाएं हैं. उन्होंने कहा कि ये प्रयोगशालाएं सभी जिलों में स्थापित की जाएंगी. ओडिशा मेडिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक यामिनी षाड़ंगी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया. कार्यक्रम में मुख्य सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.