ब्रह्मपुर/ढेंकानाल. गंजाम और ढेंकनाल जिले में बीती रात अलग-अलग घटनाओं में दो जंगली हाथियों की करंट लगने से मौत हो गयी. एक घटना गंजाम जिले के उत्तरी घुमसुर संभाग में सेंट्रल फॉरेस्ट रेंज के धौपल्ली काजू जंगल से सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, आठ हाथियों का एक झुंड बीती रात खाने की तलाश में सड़क किनारे काजू के जंगल के अंदर प्रवेश कर गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनमें से एक 11 केवी के हाई टेंशन तार के संपर्क में आया. यह हाथी काजू के पेड़ की एक शाखा को तोड़ने की कोशिश कर रहा था. हालांकि, वन अधिकारियों ने अभी तक जानवर की मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की है.
उत्तरी घुमसुर संभाग के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) सुदर्शन बादी ने कहा कि रविवार को आठ सदस्यीय झुंड सड़क पार कर गया था. हमारी पेट्रोलिंग टीम ने भी उन्हें देखा था. आज हम स्थानीय लोगों की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और शव को बरामद कर लिया है. हम मौत के कारण का पता लगाने के लिए शव का पोस्टमार्टम करेंगे. मृत हाथी वयस्क था और उसकी उम्र लगभग 25-30 वर्ष था.
जानकारी के अनुसार, जानवरों को बिजली के तार तक पहुंचने से रोकने के लिए जंगल में कोई सौर बाड़ नहीं थी. यहाँ तक कि उसी स्थान को हाथी के आवागमन क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है.
दूसरी घटना बीती रात ढेंकानाल जिले के सदर रेंज के गोविंदप्रसाद इलाके में हुई. यहां किसानों ने अपनी फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए सौर लाइट के तारों घेरा है. इस तार में फंसने से एक हाथी की मौत हो गई. यह हाथी एक आम के बगीचे में घुसने की कोशिश कर रहा, जिसे सौर लाइट के तार से घेरा गया गया.
रश्मी रंजन स्वाईं, सहायक वन संरक्षक (एसीएफ), ढेंकानाल ने कहा कि हाथी की उम्र करीब 10-15 साल होगी.
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया, ऐसा लगता है कि हाथी कल रात मर गया. हम कह सकते हैं कि मौत सौर बाड़ के तार के कारण हुई है, लेकिन, हम विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाएंगे. फिर, हम निष्कर्ष वन्यजीव केंद्र, भुवनेश्वर के पास भेजेंगे. वे रिपोर्टों का विश्लेषण करेंगे और मौत के कारण का पता लगाएंगे. उन्होंने कहा कि हमने मामले की जांच के लिए एक टीम भी बनाई है. विशेष रूप से, इलाके के अधिकांश किसान अपनी फसलों को जंगली जानवरों विशेषकर हाथियों से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग का सहारा लेते हैं.