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शुक्रवार शाम तक यश प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से नुकसान का रिपोर्ट देने के निर्देश
भुवनेश्वर. तूफान यश के कारण राज्य में तीन लोगों की जानें गई हैं. साथ ही तूफान यश के ओडिशा में लगातार बारिश के कारण बैतरणी नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है. राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी. जेना ने कहा कि तूफान के कारण बालेश्वर, केन्दुझर व मयूरभंज जिले में तीन लोगों की मौत हो गई है.
जेना ने कहा कि तूफान के पार करते समय व बाद में भारी बारिश होने के कारण बैतरणी, बूढ़ाबलंग व सुवर्णरेखा नदी में जलस्तर बढ़ा है, लेकिन केवल बैतरणी नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है. शेष दो नदियों में बाढ़ की संभावना नहीं है.
जेना ने कहा कि भारी बारिश के कारण बैतरणी नदी का जल स्तर बढ़ रहा है तथा यह नदी भद्रक के आखुआपदा व केन्दुझर के आनंदपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
उन्होंने कहा कि आनंदपुर में खतरे के निशान 38.36 मीटर है, जबकि नदी का जलस्तर 39.08 है. इसी तरह आखुआपदा में खतरे का निशान 17.83 मीटर है, जबकि नदी का जलस्तर 17.92 मीटर है.
उन्होने कहा कि बैतरणी नदी में बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखकर जाजपुर, भद्रक,केन्दुझर व केन्द्रापड़ा जिले के जिलाधिकारियों सतर्क रहने के लिए कहे जाने के साथ-साथ निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करके निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि शुक्रवार शाम तक यश प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से नुकसान का रिपोर्ट देने के निर्देश दिया गया है.
जेना ने कहा कि सभी प्रमुख सड़कों को साफ कर दिया गया है. वर्तमान में पंचायत के रोड को साफ करने का काम जारी है. कुछ सड़कों में जलभराव की स्थिति होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों से पेयजल की आपूति की व्यवस्था शीघ्र करने के लिए निर्देश दिया गया है.
यश प्रभावित इलाकों में 77 प्रतिशत बिजली आपूर्ति बहाल
राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने कहा कि गत मध्य रात्रि तक यश प्रभावित इलाकों में 77 प्रतिशत बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई. केद्रापड़ा जिले के राजनगर, महाकालपड़ा व जाजपुर जिले के कुछ स्थानों पर बिजली बहाल नहीं हो सकी है. भद्रक व बालेश्वर के 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को आज रात 9 बजे तक बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल मिलेगी.