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तटीय जिलों के साथ राजधानी भुवनेश्वर में हवा के साथ हो रही झमाझम बारिश
भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के बीच अति भयंकर रूप ले चुका चक्रवात यश का असर अभी से राजधानी भुवनेश्वर के साथ तटीय जिलों में साफ तौर पर देखा जा रहा है। मध्यम गति की हवा चलने के साथ ही झमाझम बारिश शुरू हो गई है। समुद्र की लहरें लोगों को भयभीत कर रही है। वहीं राहत एवं बचाव कार्य के लिए राज्य प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की टीमें जगह जगह मुस्तैद कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से स्थल भाग की तरफ चक्रवात यश आगे बढ़ रहा है। यह आज बहुत गंभीर चक्रवात में तब्दील होगा। वर्तमान समय में पारादीप से 360 किलोमीटर की दूरी पर है जबकि बालेश्वर से 460 किलोमीटर एवं दीघा से 450 किलोमीटर की दूरी पर चक्रवात यस गति कर रहा है। यह धीरे-धीरे उत्तर उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ गति कर रहा है। पिछले 6 घंटे से चक्रवात यस गति घंटा प्रति 9 किलोमीटर है। बुधवार दोपहर के समय बालेश्वर को पार करने की संभावना है। चक्रवात अंफान से इसे ज्यादा भयानक बताया जा रहा है। पारादीप से सागर द्वीप के बीच बालेश्वर के पास चक्रवात के लैंडफॉल करने की संभावना मौसम विभाग की तरफ से जताई गई है।
चक्रवात यश के प्रभाव से तटीय ओडिशा में धीरे धीरे हवा की गति बढ़ने लगी है तथा बारिश की रफ्तार भी तेज हो गई है। लैंडफॉल के समय हवा की गति प्रति घंटा 155 से 165 किलोमीटर होने का अनुमान लगाया गया है। इस दौरान हवा की गति 185 किलोमीटर तक हो सकती है। बालेश्वर, भद्रक तथा पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर में समुद्र अशांत रहेगा। समुद्र के अशांत होने से समुद्र की लहर 14 मीटर तक ऊंची उठ सकती है। लैंडफॉल के समय समुद्र में 2 से 4 मीटर ऊंचाई तक ज्वार उठने की संभावना है। बालेश्वर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, मयूरभंज जिले में चक्रवात यस अधिक कहर बरपायेगा। पुरी, खुर्दा, गंजाम एवं गजपति जिला के ऊपर भी चक्रवात का प्रभाव ज्यादा रहेगा। इन जिलों में घंटा प्रति 90 से 120 किलोमीटर की गति से हवा चलने के साथ भारी बारिश होगी।