भुवनेश्वर. चक्रवात यश को लेकर विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने गुरुवार को पूर्व-चक्रवात तैयारियों की बैठक की. सभी संबंधित विभागों के सचिवों और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र के साथ चर्चा के बाद एसआरसी ने सभी विभागों को मैन पावर और मशीनरी को तैयार रखने की सलाह दी.
आईएमडी के अनुसार, 22 मई के आसपास उत्तरी अंडमान सागर और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके बाद के 72 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में धीरे-धीरे तेज होने की संभावना है. इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 26 मई की शाम के आसपास पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों तक पहुंचने की संभावना है.