भुवनेश्वर. राज्य में टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए ओडिशा सरकार ने गुरुवार को कहा कि निजी अस्पतालों में कोविद-19 के खिलाफ खुद को टीका लगाने के इच्छुक लोग प्रशासन शुल्क के रूप में सिर्फ 100 रुपये जमा कर सकते हैं. ओडिशा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप्त महापात्र ने एक प्रेस मीट के दौरान बताया कि निजी अस्पताल 100 रुपये प्रति खुराक के प्रशासन शुल्क के साथ राज्य सरकार के मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम को अंजाम देंगे.
राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि शहरों और कस्बों में अधिक वायरस संक्रमण बढ़ने के कारण शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान सबसे पहले किया जाएगा.
एसीएस पीके महापात्र ने कहा कि जिन लोगों ने 30 अप्रैल तक निजी अस्पतालों में अपेक्षित शुल्क देकर कोविद टीकों की पहली खुराक प्राप्त की थी, वे सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर अपना दूसरा जाब मुफ्त में ले सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि ओडिशा सहित राज्य सरकारें अब लोगों के लिए निजी अस्पतालों में टीके जारी नहीं कर रही हैं, बल्कि निजी संगठनों को आपूर्तिकर्ताओं से सीधे टीके खरीदने की अनुमति दी गई है.
महापात्र ने बताया कि अब तक कुल 97% स्वास्थ्य कर्मियों को कोविद टीकों की पहली खुराक दी गई है, जबकि कुल 87% वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त की है.
कुल मिलाकर 97% फ्रंटलाइनर कोरोना योद्धाओं को पहले चरण के टीका मिल चुका हैं, जबकि 85% अब तक पूरी तरह से टीकाकरण कर चुके हैं.
45 साल और उससे अधिक उम्र के 1.16 करोड़ लोगों में से 43.55 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है, जिसमें से 23.43 लाख लाभार्थियों को दूसरी खुराक मिली है.
कोवाक्सिन का उपयोग केवल भुवनेश्वर नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में किया जा रहा है और इसकी दूसरी खुराक को प्रशासित करने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन समस्या कोविशिल्ड के साथ है, क्योंकि यह बीएमसी को छोड़कर सभी 30 जिलों में लगाया जा रहा है.
एसीएस ने बताया कि ओडिशा सरकार ने केंद्र से 15 लाख टीके जल्द से जल्द जारी करने का अनुरोध किया है. हमें मंगलवार को एक लाख खुराक मिली थी, लेकिन 15 मई तक हमें 6 से 7 लाख वैक्सीन की खुराक मिल सकती है.