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कोरोना से मौत के संदेह पर लोगों ने शव को नहीं लगाया हाथ
बौध. हरिद्वार में कुंभ मेला से लौटने के बाद यहां एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक की मौत हो गयी है. कोरोना के संदेह में मौत के कारण गांव वालों ने शव को हाथ नहीं लगाया. घटना के 12 घंटे बाद स्थानीय प्रखंड अधिकारी मौके पर पहुंचे और अंतिम संस्थाकर की व्यवस्था में जुटे.बताया जाता है कि 22 अप्रैल, 2021 को यह कुंभ मेले से लौटकर यहां आये. वह यहां के ढालपुर के एक स्थानीय स्कूल में संस्कृत भाषा पढ़ाते थे तथा वह गंजाम जिले के निवासी थे. सक्रिय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद वह ढालपुर में ही रह रहे थे.खबरों के अनुसार, कुंभ मेले से लौटने के बाद 22 अप्रैल को आरटीपीसीआर की जांच के लिए उनका नूमना संग्रह किया गया था, लेकिन आज तक उनकी रिपोर्ट नहीं आयी है. गांव के लोगों और पड़ोसियों को संदेह हुआ कि उनकी मौत कोरोना के कारण हुई है.इसके बाद उनके निधन की सूचना स्थापनी प्रशासन को दी गयी, लेकिन 12 घंटे तक किसी ने सुध नहीं ली.बौध के सीडीएमओ त्रिलोचन प्रधान ने कहा कि वह गंजाम जिले के निवासी थे. यद्यपि उनका नमूना परीक्षण के लिए 22 अप्रैल को लिया गया था, लेकिन हमें अभी तक कोविद रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. इसलिए प्रोटोकॉल के अनुसार उनका दाह संस्कार पीपीई किट पहनकर किया जाएगा. जिलाधिकारी और तहसीलदार को पहले ही घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है.प्रधान ने कहा कि हम उनके परिवार के सदस्यों सहित उनके संपर्क में आ वाले हर व्यक्ति से नमूने एकत्र कर रहे हैं और उन्हें संगरोध में रहने की सलाह दी जा रही है.इस बीच इसकी खबर की सूचना पर बीडीओ और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और दाह संस्कार की प्रक्रिया को शुरू की.