कटक- “बच्चे भगवन का स्वरुप होतें है ” को चरितार्थ करते हुए मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों अपने मानव धर्म का निर्वहन करते हुए एक शाम स्थानीय डगरपाड़ा स्थित दया आश्रम के 62 बच्चों के साथ बितायी. शिविर का परिदर्शन कर युवाओं का हौशला अफ़ज़ाई करते हुए अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक अशोक शर्मा ने बताया राष्ट्रीय कार्यक्रम “आनंद सब के लिए” के तहत आयोजित इस संगोष्ठी का मुक्ष्य लक्ष्य समाज के पिछड़े वर्ग के बच्चों को विभिन्न तीज, त्योहारों के अवसर पर ख़ुशी प्रदान करना है. युवा मंच का यह मानना है की खुशियों पर पर सब का हक है, आनंद सब के लिए है. अशोक शर्मा ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चों के साथ बिताया लगभग 4 घंटे का समय सदस्यों के लिए अविस्मरणीय रहा, जिसमें बच्चों ने होर्षोल्लास के साथ उपस्थित लोगों के साथ अपने अनुभव साँझा किये.
सभापति बजरंग चिमनका ने बताया कि आश्रम के बच्चों, उनके शिक्षकों एवं अभिभावकों के साथ युवाओं ने लज़ीज़ गुपचुप तथा आइसक्रीम का आनंद लेते हुए बाल-चलचित्र का लुफ्त उठाया. तत्पश्चात सभी बच्चों को रात्रि भोज करवा तोहफे वितरित किये गए. युवा ललित महावर, धर्मपत्नी शोभा महावर, हार्दिक, आयुष के साथ अपनी माताजी स्वर्गीय गायत्री देवी की पुण्यतिथि पर आयोजित इस उमंग शिविर में बच्चों के साथ अपना बचपन जिया. इस समारोह में बड़ी संख्या में युवा सदस्य शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया, जिनमें प्रमुख थे कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विकाश शर्मा, राजेश अग्रवाल, चन्दन बथवाल, श्याम सूंदर चौधरी, किशोर आचार्य, सूरज लढाणिया, प्रदीप शर्मा, संजीव साहा, रोहित अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, विकाश अग्रवाल, हितेश अग्रवाल, महेश अग्रवाल, अलोक अग्रवाल, अशोक अग्रवाल. उल्लेखनीय है सन 1921 में अनाथ बच्चों के लिए स्थापित इस जनकल्याण आश्रम के स्वाधीनता संग्राम के दौरान राष्ट्रपिता महत्मा गाँधी परिदर्शन कर चुके हैं.