भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने कोरोना की लड़ाई के बीच अपनी जनता को आश्वस्त किया है कि वह एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का कोरोना टीकाकरण करने के लिए सभी मोर्चों पर तैयार है. कोरोना टीकाकरण रणनीति के चरण-3 के तहत केंद्र ने एक प्रावधान किया है कि वैक्सीन निर्माताओं को अपनी मासिक सेंट्रल ड्रग्स प्रयोगशाला की 50% आपूर्ति भारत सरकार को देनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि शेष 50% आपूर्ति राज्य सरकार के पास जाए और खुले बाजार में जाये.
राज्य के स्वास्थ्य निदेशक विजय पाणिग्राही ने मंगलवार को जानकारी दी कि भले ही ओडिशा सरकार इस बात की पुष्टि नहीं कर पा रही है कि क्या यह टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए कोरोना टीका की खरीद करेगी, लेकिन यहां बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए सभी बुनियादी ढांचे की व्यवस्था है.
पाणिग्राही ने आज संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना टीकाकरण के उदारीकृत और त्वरित चरण-3 की रणनीति के लिए राज्य में अधिक सत्र स्थल और टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार, पात्र लाभार्थियों को को-विन ऐप के माध्यम से खुद को पंजीकृत करने या टीकाकरण के लिए ऑन-स्पॉट लिस्टिंग के लिए जाना आवश्यक है.
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार अपने हिस्से से तीन मानदंडों के आधार पर राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को टीके आवंटित करेगी. इन मापदंडों में संक्रमण की अधिकता (सक्रिय कोविद मामलों की संख्या), टीकाकरण का प्रदर्शन (प्रशासन की गति) तथा वैक्सीन के नुकसान होने की स्थिति पर भी विचार किया जाएगा और यह मानदंडों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा.
पाणिग्राही ने बताया कि दूसरी ओर, सरकारी और निजी केंद्रों पर वर्तमान कोविद टीकाकरण अभियान हमेशा की तरह जारी रहेगा. मंगलवार को राज्य में एक लाख और कोविल्ड वैक्सीन पहुंचेंगे. वर्तमान में ओडिशा के 900 केंद्रों पर टीकाकरण चल रहा है.