भुवनेश्वर. राज्य के कुपोषण के प्रभावित क्षेत्रों में 1567 नए आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किये जायेंगे. राज्य सरकार ने यह लक्ष्य तय किया है. शनिवार को प्रश्नकाल के दौरान बीजद नेता प्रदीप कुमार अमात के एक सवाल का जवाब देते हुए महिला और बाल विकास मंत्री टुकुनी साहू ने कहा कि बाल कुपोषण के मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित आदिवासी बहुल जिलों में नए केंद्रों की स्थापना की जाएगी. उन्होंने कहा किराज्य सरकार ने संबंधित जिला प्रशासन को अपने क्षेत्रों में नए आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित करने का आदेश जारी किया है. इन केंद्रों की स्थापना के लिए मनरेगा के तहत 5 लाख रुपये और राज्य के खजाने से 2 लाख रुपये सहित कुल 7 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है. साहू ने कहा कि शहरी केंद्रों में, कलेक्टरों को इन केंद्रों को स्थापित करने के लिए उपयुक्त भूमि आवंटित करने का निर्देश दिया गया है.इससे पहले 26 फरवरी को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पांच आनलाइन सेवाओं की शुरुआत की थी, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और बच्चों की बेहतर देखभाल की सुविधाएं प्रदान करना था. उन्होंने बताया कि घर पर राशन पहुंचाने के लिए मो छतुआ एप तथा तीन वर्ष से कम उम्र के बच्चों की निगरानी के लिए ई-कालिका एप समेत आनलाइन सेवाएं प्रदान की जा रही है.सूचना प्रबंधन और बाल संरक्षण सेवाओं की निगरानी प्रणाली के लिए मो शिशु पोर्टल और गर्भवती महिलाओं को नकद लाभ के हस्तांतरण के लिए ममता एप तथा एमआईएस भी कार्य कर रहा है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 1, 34,758 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायकों को मानदेय के कागज रहित हस्तांतरण के लिए ई-मानदेय पोर्टल भी लॉन्च किया है. सभी पांच सेवाएं बाल विकास और मिशन शक्ति विभाग के अधीन हैं.
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