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स्टेशन में दिया धरना
संबलपुर। रेलवे लाइन दोहरीकरण के मद्देनजर रेल प्रबंधन ने पुरातन संबलपुर रोड स्टेशन में कामकाज पूरी तरह बंद करने का फैसला लिया है। जिसका शहर में विरोध आरंभ हो गया है। शहर के कुछ लोगों का कहना है कि संबलपुर रोड रेलवे स्टेशन एक पुरातन रेलवे स्टेशन है। मसलन इसकी महता काफी बढ़ जाती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरण भी इस स्टेशन पर पड़े हैं। ऐसे में यह स्टेशन अपने आप में एक ऐतिहासिक धरोहर है। विडंबना का विषय यह है कि विकास के नामपर रेलवे प्रबंधन ने इस स्टेशन को बंद करने का फरमान सुना दिया है, जिसपर अमल भी शूरू हो गया है। बीजू जनता दल रेलवे प्रबंधन के इस फैसले का विरोध करती है। स्टेशन की पुरातन गाथ एवं शहर के लोगों की सहूलियतों को देखते हुए रेलवे प्रबंधन को अपने फैसले पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है। मंगलवार को बीजू जनता दल की ओर से संबलपुर रोड रेलवे स्टेशन पर धरना दिया गया और लोगों की इस मांग को पूर्ण समर्थन दिया गया। जिला बीजद अध्यक्ष सिद्धार्थ दास के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में पूर्व विधायक डा. रासेश्वरी पाणिग्राही, विजय महांति, गोकुल मेहेर, बसंत मिश्र, मिलन होता एव लक्ष्मी महापात्र समेत बीजद के अनेकों पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल हुए। इस दौरान बीजद की ओर से अपनी मांगों का ज्ञापन संबलपुर रेल मंडल प्रबंधक प्रदीप कुमार के माध्यम से केन्द्रीय रेल मंत्री पीयुष गोयल को ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि संबलपुर रोड रेलवे स्टेशन का संपर्क सीधा संबलपुर शहर के साथ है। रोजाना इस स्टेशन से सैकड़ो लोग विभिन्न ट्रेनों में यात्रा आरंभ करते हैं। ऐसे में आम लोगों की सुविधा को देखते हुए इस स्टेशन का अस्तित्व बजाए रखना जरूरी है। ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आनेवाले दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।