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ढेंकानाल में सौ एकड़ में सागौन के पेड़ को क्षति
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विपक्ष ने जतायी हालात को लेकर चिंता
भुवनेश्वर. ओडिशा के जंगलों में लग रही आग सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है. आग पर काबू पाये जाने के प्रयासों के बीच रोज किसी न किसी जंगल के धधकने की खबर आ रही है. कल ढेंकानाल जिले के जंगल में लगी आग से लगभग सौ एकड़ में सागौन के पेड़ों के नुकासन की बात कही जा रही है. स्थानीय लोगों, हाथी पर नजर रखने वालों लोगों और फायर सर्विस कर्मियों की मदद से स्थानीय विभाग के कर्मचारियों ने तीन घंटे के कड़ी मेहनत के बाद ढेंकानाल जिले में सदांगी वन रेंज के अंतर्गत बेगा रिजर्व फॉरेस्ट में लगी आग बुझाने में सफल रहे.
खबरों के अनुसार, आग के प्रकोप में लगभग 100 एकड़ वन क्षेत्र में सागौन के पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कल राज्य स्तरीय टास्क फोर्स के प्रमुख, वन अग्नि प्रबंधन और पूर्व पीसीसीएफ संदीप त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में जंगल की आग की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया (एफएसआई) देहरादून का हवाला देते हुए त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में शनिवार तक केवल 341 आग के बिंदुओं की रिपोर्ट की गई है, जबकि शुक्रवार को यह संख्या 704 थी.
उल्लेखनीय है कि जंगल में लगी आग को नियंत्रित करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. ओड्राफ एवं दमकल विभाग टीम को आग बुझाने के लिए नियोजित किया गया है. इस बीच मालकानगिरि, गंजाम, बलांगीर तथा बौध में मौजूद जंगल में लगी आग अनियंत्रित है. सिमिलिपाल में वर्तमान समय में 9 जगहों पर आग लगी है. हालांकि सिमिलिपाल के आस-पास क्षेत्र हल्की बारिश हुई है. इसके प्रभाव से सिमिलिपाल इलाके में लगने वाली आग को बुझने की सम्भावना अधिक हो गई है.
केंद्रीय टीम ने आग नियंत्रण को लेकर की चर्चा
दो सदस्यीय केन्द्रीय प्रतिनिधि एनटीसीए के आईजी डा. अमित मलिक तथा भुवनेश्वर में अवस्थापित केन्द्रीय पर्यावरण जंगल मंत्रालय के उप महानिदेशक सुब्रत महापात्र ने सिमिलिपाल के मध्य स्थित उपरवाराहामुडा में एसटीआर के अधिकारियों के साथ सिमिलिपाल जंगल में लगी आग के कारण एवं किस प्रकार से आग को बुझाया जाए, उस पर चर्चा की है.
इसके साथ ही सिमिलिपाल अभयारण्य में रहने वाले लोगों के साथ सिमिलिपाल में लगी आग के कारण के बारे में चर्चा की है. इस आग से कितना नुकसान हुआ है, उसका भी अनुध्यान किया जा रहा है. अनुध्यान करने के बाद यह टीम राज्य सरकार एवं टास्क फोर्स कमेटी को सलाह देने की बात जानने में आयी है.
सिमिलिपाल अभयारण्य में लगी आग पर विरोधी दल नेता प्रदीप्त नायक ने नाराजगी जाहिर की है. मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि सिमिलिपाल देश का सबसे बड़ा जैव मंडल है. राज्य सरकार तुरन्त राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद विभिन्न विशेषज्ञों से सलाह लें. जिस जंगल में आग लगी है, उस इलाके के स्थानीय जन प्रतिनधियों को भी मुहिम में शामिल किया जाए. स्थानीय लोगों की सहभागिता से ही जंगल की सुरक्षा हो पाएगी, सरकार को इसे नहीं भूलना चाहिए.