कटक. सिमिलीपाल समेत राज्य के दूसरे अन्य कई जंगलों में लगने वाली आग मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जंगल में लगने वाली आग को रोकने में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। यह दर्शाते हुए भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र पाणी ग्राही की ओर से याचिका की गई है। इस जनहित याचिका में यह दर्शाया गया है कि, फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया रिपोर्ट के तहत भारत के 1552 जगहों पर बड़ी तरह का आग लगी है। जिसमें से केवल ओडिशा में 918 जगहों पर आग लगने की सूचना मिली है, जो कि देश भर में सबसे अधिक है।
इसके बावजूद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली है। इन तमाम बातों को विचार में लेते हुए तुरंत जंगल में आग बुझाने के लिए सरकार ठोस कदम उठाएं। उसके लिए हाईकोर्ट राज्य सरकार को निर्देश दे, यह गुहार आवेदन में लगाया गया है। आकाश मार्ग से लेकर रास्तों के द्वारा पानी छिड़ककर आग बुझाने के लिए सरकार को कोशिश करनी चाहिए लेकिन उस दिशा में सरकार का प्रयास पर्याप्त नहीं है। इस में मामले में जंगल व पर्यावरण विभाग के शासन सचिव, जंगल विकास निगम के सीएमडी और मुख्य वन्य संरक्षक की मामले में पक्ष बनाया गया है। याचिकाकर्ता की ओर से वकील गोपाल प्रसाद जेना मुकदमा संचालन किए।
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