संबलपुर। राह चलती एक असहाय नाबालिग को कमरे में बंद कर उसे जबरन देहव्यापार के लिए मजबूर किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यह घटना आदिवासी बहुल कुचिंडा इलाके में घटित हुई है। कुचिंडा पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक पुलिस का होमगार्ड भी शामिल है। उनका नाम सुजाता सिंह, होमगार्ड राजेन्द्र प्रधान एव विजय यादव बताया गया है। कुचिंडा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले पीड़ित नाबालिग कुचिंडा शहर में लावारिश हालत में घुम रही थी। इस दौरान जातीपाड़ा निवासी सुजाता सिंह की नजर उसपर पड़ी और वह बहलाफूसलाकर उसे अपने घर ले गई। आरोप है कि सुजाता ने नाबालिग को एक कमरे में बंद कर दिया और फिर जबरन उसे देहव्यापार में लिप्त कर दिया। इस कार्य मे उसे सतकमा गांव के होमगार्ड राजेन्द्र प्रधान का भरपूर सहयोग मिला। राजेन्द्र कुचिंडा समेत आसपास के इलाकों से ग्राहक ठीक करता और फिर उसे तय ठिकाने पर लेकर जाता था। अंतत: रविवार को मौका देखकर वह नबालिगा किस तरह उस कमरे से निकली और कुचिंडा बस स्टैंड के पास पहुंचकर लोगों से सहायता की अपील करने लगी। उपस्थित लोगों की सूचना पर कुचिंडा पुलिस वहां पहुंची और नाबालिग को लेकर थाना पहुंची। वहांपर पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को सारी हकीकत बयान कर दिया। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और सुजाता सिंह एवं होमगार्ड राजेन्द्र प्रसाद समेत ग्राहक विजय प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। कुचिंडा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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