भुवनेश्वर. साल 2020 में ओडिशा में साइबर अपराधों से संबंधित 1931 मामले दर्ज किए गए और इस संबंध में 366 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी कल गृह राज्य मंत्री दिव्यशंकर मिश्र ने राज्य विधानसभा में प्रदान की. राज्य में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर भाजपा सदस्यों द्वारा स्थगन प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र द्वारा उठाए गए एक पूरक के जवाब में मंत्री ने यह बयान दिया. मंत्री ने कहा कि इसी तरह राज्य में 2019 में 1,475 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि इस नए अपराध को रोकने के लिए राज्य सरकार सक्रिय कदम उठा रही है. मिश्र ने कहा कि हाल ही में 185 पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध की जांच के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि साइबर क्राइम यूनिटों द्वारा शीघ्र कार्रवाई के कारण 21.31 लाख रुपये की वसूली की गई है. विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस साइबर अपराध पर लोगों के जागरूकता स्तर को बढ़ा रही है.
साथ ही उन्होंने बताया कि ओडिशा में सीआईडी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा 34.32 किलोग्राम ब्राउन शुगर या हेरोइन जब्त की गई है. राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा द्वारा स्थगन प्रस्ताव पर बहस के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक नरसिंह मिश्र द्वारा व्यक्त की गई चिंता के जवाब में मंत्री ने कहा कि 3.65 किलोग्राम ब्राउन शुगर को पुलिस ने 2021 में जनवरी तक जब्त कर लिया है. उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच की एसटीएफ ने राज्यभर में मादक पदार्थों के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाई है. मिश्रा ने कहा कि 2020 में 1549 क्विंटल गांजा जब्त किया गया और इस साल जनवरी के अंत तक 89 क्विंटल जब्त किया गया है.