भुवनेश्वर. किसानों से धान की खरीद ना होने के मुद्दे पर विधानसभा में शुक्रवार को फिर से गतिरोध देखा गया. पहले भाजपा विधायक सुभाष पाणिग्राही व बाद में कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण होने के कारण इसका समाधान जरूरी है. विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने इस पर कहा कि इस विभाग के मंत्री रणेन्द्र प्रताप स्वाईं अस्वस्थ हैं. इस कारण शनिवार को इस बारे में वह अपना जवाब देंगे. इसे लेकर विपक्षी कांग्रेस और भाजपा विधायकों ने असंतोष व्यक्त किया तथा दोनों पार्टियों के विधायक ने सदन के बीच में जाकर धरना दिया. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को बार-बार स्थगित करनी पड़ी.
शून्यकाल में कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने इस मुद्दे को उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र से गुरुवार को इस मुद्दे पर विपक्ष के चिंता के बारे में अवगत कराया. विधानसभा अध्यक्ष गुरुवार को सदन में नहीं थे. श्री मिश्र ने कहा कि गुरुवार को इस मुद्दे पर विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने चिंता व्यक्त की थी. इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में यह निर्णय किया गया था कि विधायकों की चिंता के बारे में विधानसभा अध्यक्ष के लौटने के बाद उन्हें अवगत कराया जाएगा और आगे का निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज एक विधायक ने इसी समान मुद्दे को उठाते हुए आत्महत्या करने की बात कही है. अतः यह महत्वपूर्ण है इसका समाधान जरूरी है. उन्होंने कहा कि जो पंजीकृत किसान हैं उनसे धान की खरीद करने के लिए सरकार बाध्य है. सरकार की गलती के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है. यदि उन से धान की खरीद नहीं की जाती तो वह कैसे जिएंगे. उधर विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने कहा कि गुरुवार की घटना के संबंध में विधानसभा उपाध्यक्ष ने उन्हें अवगत कराया है. राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री अस्वस्थ हैं. इस कारण शनिवार को उन्हें सदन में बुलाया जाएगा और वह सवालों के उत्तर देंगे, लेकिन नरसिंह मिश्र मिश्र उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे. उन्होंने कहा कि यदि मंत्री अस्वस्थ हैं, तो उनके बदले कोई और उत्तर दे सकता है. यह समस्या बहुत महत्वपूर्ण है, इसका समाधान आज ही होना जरूरी है. इस संबंध में सर्वदलीय बैठक बुला कर निर्णय लेने के लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय मामलों के मंत्री विक्रम केशरी आरुख से अपना मत जानना चाहा. श्री आरुख ने कहा कि आज मंत्री श्री स्वाईं के अस्वस्थ होने के कारण शनिवार को उन्हें बुलाकर उनसे उत्तर लिया जा सकता है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने निर्धारित कार्य सूची के अनुसार कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुलाया, लेकिन कांग्रेस विधायक दल ने इस पर असंतोष व्यक्त किया और सदन के बीच में आकर धरना दिया. उधर भाजपा विधायक विधायक भी अपनी सीट से खड़े होकर सदन के बीच में आ गये. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा.
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