ढेंकानाल. कोविद-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए जिले के जोरांडा में महिमा पंथ का प्रसिद्ध माघी मेला गुरुवार को कम महत्वपूर्ण तरीके से शुरू हो गया है. मेला तीन दिनों तक जारी रहेगा. अन्य प्रदेशों में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए यहां एहतियातन कई कड़े प्रतिबंध लगाये गये हैं. जिला प्रशासन ने साधुओं और भक्तों को महिमा गड़ी में प्रवेश के लिए कुछ प्रतिबंध लगाए हैं. जिले और राज्य के बाहर के भक्तों को परिसर में प्रवेश करने पर रोक लगा दिया गया है. यहां के साधुओं को एंटीजेन जांच के बाद अनुमति दी जायेगी. कोविद परीक्षण के बाद सामाजिक दूरी और मास्क के उपयोग के साथ 50 स्थानीय भक्तों को केवल 10 मिनट के लिए मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है. कैंपस को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जाएगा. इसी तरह से साधुओं को मंदिर परिसर में अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी.
कोविद के दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है. प्रतिबंध लगाने का निर्णय कलेक्टर भुमेश चंद्र बेहरा की अध्यक्षता में एक बैठक में लिया गया था. बाहर से आए साधुओं के लिए जोरांडा में रैपिड एंटीजन टेस्ट भी किया गया.
प्रशासन ने ओपेरा शो, मूवी और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे मनोरंजन गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया है, क्योंकि इनमें भीड़ उमड़ती है. राज्य के भीतर और बाहर के व्यापारी, जो आमतौर पर हर साल मेले में तेज कारोबार करते थे, इस बार स्टाल लगाने के लिए अनुमित नहीं दी गयी है.
प्रशासन ने स्थानीय व्यापारियों को व्यापार करने की अनुमति दी है. क्षेत्रीय उद्योग केंद्र और मिशन शक्ति समूहों द्वारा हस्तकला और अन्य स्थानीय उत्पादों के साथ कुछ स्टाल लगाए गए हैं.