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बड़े बेटे के साथ मिलकर घर में शव दफनाया
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भाई के पिंडदान करने के समय मामला आया सामने, पुलिस ने मां एवं बड़े भाई को किया गिरफ्तार
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर
एक नशेड़ी युवक घर में हर समय झगड़ा करता था। इससे घर में हर समय अशांति बनी रहती थी। इस नशेड़ी बेटे की करतूत से उसकी मां एवं बड़ा भाई परेशान थे। कभी लोरी गाकर सुलाने वाली जन्म देने वाली मां ने बेटे की हर दिन की हरकत से तंग आकर उसे सदैव के लिए गहरी नींद में सुला देने का मन बना लिया और आखिरकार अपने बड़े बेटे के साथ मिलकर अपने शराबी लाडले को ऐसी गहरी नींद में सुलायी कि अब यदि वह खुद चाहे तो भी उसकी किलकारी नहीं सुन पाएगी। हालांकि इसके बदले अब मां एवं भाई को इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक, हर दिन नशे में धुत होने के बाद घर आकर हंगामा करने वाले बेटे को मां ने लोहे शबल (रम्मा) से पीटकर मौत के घाट उतार दिया और घटना के संपर्क में किसी को पता न चले इसके लिए घर के अन्दर ही गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया। मां के इस कार्य में बड़े बेटे ने साथ दिया। आखिर में खून का रिश्ता आड़े आ गया और घटना के 11 दिन बाद बड़ा भाई जब अपने छोटे भाई का पिंडदान करने गया तो सच्चाई सबके सामने आ गई। बेटे के हंगामे से छुटकारा पाने की मां बेटे की तरकीब उन पर पहाड़ बनकर गिर पड़ी। पुलिस को घटना के संदर्भ में पता चलते ही पुलिस ने मां एवं बेटे को गिरफ्तार कर लिया और दोनों मां बेटे अब सलाखों में डाल दिया है। यह घटना बालेश्वर जिले के सोरो थाना क्षेत्र के बाहानगा में घटी है।
मृतक युवक का नाम बलराम जेना है। उसकी मां का नाम सुकुरी जेना एवं बड़े भाई का नाम जगबन्धु जेना है। स्थानीय उच्छाफुर में वे रहते हैं। बलराम की हत्या करने की बात मां एवं बेटे ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है। बार-बार नशे में धुत होकर हंगामा करने वाले बेटे की हत्या करने की बात उसकी मां सुकुरी जेना ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि पुलिस के डर से बलराम के शव को घर के अंदर गाड़ देने की बात दोनों मां सुकुरी एवं बड़ा भाई जगबन्धु ने कही है। 11 दिन बाद जगबन्धु ने कोलकाता जाकर मृतक भाई का पिंडदान किया, जिसके बाद यह घटना सामने आयी है।
अभियुक्त जगबन्धु ने कहा है कि बलराम हर समय नशे में धुत होकर घर में मारपीट करता था। घटना के दिन भी उसी ने रम्मा के जरिए हम पर हमला करने का प्रयास किया था मगर मां ने उसके हाथ रम्मा छीन लिया और उसी से उस पर वार कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस के डर से हमने शव को घर के अन्दर ही दफना दिये। यह घटना सामने आने के बाद न सिर्फ बालेश्वर जिला बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का केन्द्र बन गई है। लोगों का कहना है कि जन्म देने वाली आखिर इस तरह के नशेड़ी बेटों के लिए जन्म देने वाली मां की क्या गलती है जो हर दिन नशे में धुत होकर अपने घर में हंगामा करे और घर की इज्जत का तार-तार करे। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा है कि भले ही यह कानून गलत है, मगर ऐसे बेटों का तो यही अंजाम होना चाहिए।