महादेव महाराज सुंदरगढ़ जिले में टाउन पुलिस की सीमा के तहत रंगाधीपा गाँव का निवासी है. वह चक्कापाड़ा आश्रम में 2019 में काम कर रहा था, लेकिन छह महीने बाद उनका स्वामी जीवनमुक्तानंद पुरी से झगड़ा हो गया. इसके बाद उसे जलेशपेटा आश्रम भेज दिया गया. जलेशपेटा में भी उसने आश्रम के प्रमुख से लड़ाई की, जिसके कारण उसे काम छोड़ने के लिए कहा गया था. महादेव और स्वामी पुरी के बीच धमकी की कॉल पहले की दुश्मनी का नतीजा है.
स्वामी जीवनमुक्तानंद पुरी ने इससे पहले जिला मुख्यालय फूलबाणी शहर से करीब 125 किलोमीटर दूर तिमुदिबांधा पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें धमकी भरे कॉल मिलने के बाद सुरक्षा मांगी गई थी.
पहला कॉल शनिवार को शाम लगभग 5.30 बजे आया, जिसमें गुमनाम कॉल करने वाले ने खुद को एक नक्सली संगठन से जुड़ा होने का दावा किया और उसे मारने और आश्रम को उड़ाने की धमकी दी. इसी तरह की धमकियों वाला एक और फोन रविवार सुबह करीब नौ बजे आया. शिकायत के बाद पुलिस ने सशस्त्र बलों को तैनात करके आश्रम में सुरक्षा कड़ी कर दी. एक बम दस्ता भी आश्रम के अंदर और बाहर किसी भी विस्फोटक की जाँच में लगा हुआ था. दो विधायक मुकेश महालिंगा और कुसुम टेटे सहित राज्य भाजपा इकाई की सात सदस्यीय टीम ने रविवार को आश्रम का दौरा किया और स्वामी पुरी से मुलाकात की. उन्होंने आश्रम में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कंधमाल के एसपी विनित अग्रवाल से भी बात की.
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