भुवनेश्वर. ओडिशा के सीमावर्ती इलाके में आंध्र प्रदेश द्वारा चुनाव किये जाने के मुद्दे को लेकर प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने सीमावर्ती इलाकों के समस्याओं का जिक्र करने के साथ-साथ समस्या के समाधान को लेकर कुछ प्रस्ताव दिया है. इन प्रस्तावों को गंभीरता से लेकर काम करने के लिए उन्होंने सुझाव दिया है.
उन्होंने इस पत्र में कहा है कि इन सीमावर्ती इलाकों में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, पक्काघर कैसे प्रदान किया जाएगा, उस पर ध्यान दिया जाए. इन सभी कार्यों का विशेष जिम्मा योजना व समन्वय विभाग को दिया जाए. उन्होंने पत्र में इस बात का प्रस्ताव दिया कि कोटिया क्लस्टर डेवलपमेंट आथरिटी गठन किया जाए.
उन्होंने कहा कि सरकार कोटिया से पाटुसेनेरी, फगुणसेनेरी, राणासिंह, गंजेईपदर आदि गांवों के लिए मिनी बस या कैंटर की सुविधा उपलब्ध कराया जाए. दूर दराज के गांव के लोगों को पंचायत कार्यालय पहुंचने में दिक्कत हो रही है. इस कारण लोगों को यह सुविधा प्रदान किया जाए.
उन्होंने कहा कि यहां 28 राजस्व गांव व 12 पड़ा गांव, जैसे 40 गांवों को कम से कम 4 पंचायतों में विभाजित किया जाए.
उन्होंने इस पत्र में सीमा के इलाकों में स्कूलों के शिक्षकों रिक्त स्थानों को शीघ्र भरने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि इसमे स्थानीय युवाओं को नौकरी दिया जाए.
उन्होंने का कि सीमावर्ती जिले जैसै गंजाम, गजपति, रायगड़ा, कोरापुट, मालकानगिरि जिले में ओडिया प्रशासनिक अधिकारियों को नियुक्ति दिया जाए. इन सीमावर्ती इलाकों में जिन लोगों के पास दोनों राज्यों के मतदाता परिचय पत्र है, वै कैसे इसे लौटायेंगे इसे लिए रणनीति बनायें. इस प्रक्रिया में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए.
उन्होंने कहा कि सीमा विवाद के समाधान के साथ-साथ इन जनजातीय इलाकों में कैसे विकास हो इस पर राज्य सरकार को ध्यान देने के लिए उन्होंने अनुरोध किया है.