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ओडिशा के कई अन्य क्षेत्रों पर है आंध्र की नजर

  •  राज्यों के बीच विवाद में ग्रामीण की बल्ले-बल्ले

  •  दोनों प्रदेशों से लोगों को मिल रही हैं सुविधाएं

भुवनेश्वर. आंध्र प्रदेश सरकार की नजर कोरापुट जिले के कोटिया पंचायत के साथ-साथ ओडिशा के कई अन्य क्षेत्रों पर भी है. दोनों राज्यों में सीमा विवाद के बीच ग्रामीणों की बल्ले-बल्ले है. दोनों राज्यों से ग्रामीणों को सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं. आंध्र प्रदेश इन क्षेत्रों पर कब्जा जमाना चाहता है. आंध्र प्रदेश सरकार न केवल कोरापुट जिले की कोटिया ग्राम पंचायत पर अपने नियंत्रण को मजबूत करने के प्रयास किया, बल्कि मालकानगिरि, गंजाम और गजपति जिलों में कुछ अन्य सीमावर्ती गाँव भी हैं, जहां संप्रभुता को कायम करने में जुटा है. पड़ोसी राज्य आज कथित तौर पर मालकानगिरि जिले के धुलिपुता ब्लॉक के अंतर्गत जुमडांगा ग्राम पंचायत (जीपी) में, गंजाम जिले के पतरापुर ब्लॉक के कुलदीप ग्राम पंचायत और गजपति जिले में रायगड़ा ब्लॉक के अंतर्गत गंगाबड़ा ग्राम पंचायक में चुनाव कर रहा है.
मीडिया रिपोर्टों से पता चला कि आंध्र प्रदेश सरकार ने यहां के आदिवासी बहुल जिले मालकानगिरि में चित्रकोंडा ब्लॉक के अंतर्गत धुलिपुता पंचायत के जुमडांगा गाँव में अतिक्रमण किया है. जुमडांगा भी ओडिशा-आंध्र सीमा क्षेत्र पर भी स्थित है, जैसे कि कोरापुट जिले के कोटिया ग्राम पंचायत के गांव.
मीडिया को प्रतिक्रिया देते समय ग्रामीणों ने स्वीकार किया कि वे आंध्र में चल रहे ग्रामीण चुनावों में हिस्सा लेने के लिए उत्सुक हैं. जुमडांगा के ग्रामीणों ने बताया कि एपी सरकार उन्हें पेयजल आपूर्ति सुविधा और बिजली जैसी अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रही है. स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड सब कुछ दिया है.
आक्रोशित ग्रामीणों ने शिकायत की कि आंध्र की तुलना में ओडिशा सरकार केवल चावल और कोई अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा रही है. यहां तक कि यह देखा गया कि ग्रामीणों की कम संख्या ओड़िया भाषा को जानती है, क्योंकि उन्होंने तेलुगु को अपनी मातृभाषा के रूप में अपनाया है.
ग्रामीणों के पास ओडिशा और आंध्र दोनों सरकारों द्वारा जारी किए गए वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड हैं. उन्हें दोनों राज्य सरकारों द्वारा चावल की आपूर्ति भी हो रही है. ग्रामीणों ने आगे बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार न केवल चावल की आपूर्ति कर रही है, बल्कि 2000 रुपये भत्ते के रूप में प्रदान कर रही है. उन्होंने पास के चुनाव बूथ पर आंध्र द्वारा किए जा रहे पंचायत चुनावों में वोट डालने की इच्छा भी व्यक्त की.

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