नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज लोक सभा मे कहा कि अभी तक एच5एन1, एच-5एन-8 और एच5 स्ट्रेंस की पहचान की गई है। राष्ट्रीय पशु रोग उच्च सुरक्षा संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल देश में मांस उत्पादों में बर्ड फ्लू के संबंध में प्रयोगशाला जांच करता है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के पास खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 की धारा 43(1) के तहत190 प्राथमिक खाद्य जांच प्रयोगशालाओं और अधिनियम की धारा 43(2) के तहत 18 रेफरल प्रयोगशालाओं का नेटवर्क है। इनके अलावा एफएसएस अधिनियम, 2006 की धारा 98 के तहत कार्यशील 18 राज्य खाद्य जांच प्रयोगशालाएं हैं। इनमें से ज्यादातर 165 खाद्य प्रयोगशालाएं मांस उत्पादों की जांच करने में सक्षम हैं। 2 रेफरल प्रयोगशालाएं अर्थात नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन मीट हैदराबाद तथा सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज़ टेक्नोलॉजी, कोच्चि मीट और मतस्य जांच के कार्य के लिए समर्पित हैं।
25 अधिसूचित प्राथमिक खाद्य सुरक्षा जांच प्रयोगशालाओं और कुछ रेफरल प्रयोगशालाओं यानी सीएएलएफ-राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड, गुजरात, सीआईएफटी, कोच्चि, एनआरसी, मीट, हैदराबाद, राष्ट्रीय खाद्य जांच प्रयोगशाला, कोलकाता और एक राष्ट्रीय रेफरेंस प्रयोगशाला यानी एडवर्ड खाद्य अनुसंधान और विश्लेषण केंद्र, कोलकाता में एंटीबायोटिक अवशेषों के जांच की सुविधाएं हैं।
आज की तारीख तक, किसी प्रयोगशाला ने देश में एवियन इनफ्लुएंजा के मानव मामलों की पुष्टि नहीं की है।
बर्ड फ्लू/ एवियन इन्फ्लूएंजा से लोगों की सुरक्षा के लिए किसी वैक्सीन को भारत में तैयार अथवा सरकार द्वारा अधिप्रापण नहीं किया गया है। जूनोटिक रोगों रेबीज, जैपनीज एनसिफालाईटिस, क्यासानूर फॉरेस्ट डिजीज के लिए सरकार द्वारा वैक्सीन का व्यापक रूप से उपयोग और अधिप्रापण किया गया।
पशु रोग के नियंत्रण के लिए राज्यों को सहायता (एएससीएडी) के अंतर्गत विभाग राज्यों की कार्रवाई योजना और आवश्यकता के आधार पर वित्तीय सहायता प्रदान करके बर्ड फ्लू सहित पशु रोगों की रोकथाम, नियंत्रण और परिरोधन के लिए राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की सरकार के प्रयासों को पूरा करता है। बर्ड फ्लू से प्रभावित राज्यों को प्रदान की गई वित्तीय सहायता अनुलग्नक में है।