भुवनेश्वर. धारा 370 के कारण भारत के लोगों के लिए बने विभिन्न कानून व प्रावधान जम्मू कश्मीर में लागू न हो पाने के कारण वहां के अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी तथा अन्य लोगों के साथ अन्याय हो रहा था. लेकिन इस प्रावधान के हटाये जाने के बाद वहां के लोगों को न्याय मिलना प्रारंभ हो गया है. आगामी दिनों में इसके काफी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे. जम्मू कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ तथा धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने यहां ओडिशा रिसर्च फाउंडेशन की ओर से जम्मू कश्मीर, अतीत, वर्तमान व भविष्य़ विषय पर आयोजित व्याख्यान में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग जम्मू कश्मीर में धारा 370 लगा कर रखना चाहते थे, ताकि उनका पारिवारिक हित सधता रहे और उपरोक्त वर्गों के प्रति अन्याय होते रहे. यही लोग पिछले चुनाव में गुपकार एलांयस के रुप में इकट्ठा होकर चुनाव लड़े.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के कारण जहां कश्मीर में आम लोग चुनाव में खड़े होने के लिए कतराते थे इस बार एक एक सीट से 15- 15 उम्मीदवार खड़े हुए थे. इससे प्रमाणित होता है कि लोग लोकतंत्र के जरिये अपनी खुद का नेतृत्व विकसित करना चाहते हैं. धारा 370 हटने के बाद वहां पहली बार जिला परिषद चुनाव हुए जिसमें जम्मू कश्मीर के लोगों के इन गुपकार अलांयस के खिलाफ मत दिया. उन्होंने कहा कि जम्मू में तो धारा 370 हटाने वाली भाजपा को भारी वोट पड़े. वहीं कश्मीर घाटी में गुपकार एलायंस से अधिक वोट उनके खिलाफ लड़ने वाले आजाद उम्मीदवारों को मिले.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विनोद दास ने भी इस विषय पर अपनी बात रखी. कार्यक्रम की अध्यक्षता सज्जन शर्मा ने किया, जबकि फाउंडेशन के ट्रस्टी अनिल बिश्वाल ने कार्यक्रम का संचालन किया.