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मृत श्रमिक के परिवार के लिए सहायता राशि की घोषणा
उमेरकोट. नवरंगपुर पुल हादसे में एसडीओ, जूनियर इंजीनियर (जेई) और ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिले के उमेरकोट ब्लॉक में तलपदर के पास नेगी नदी पर निर्माणाधीन बीजू सेतु के ढहने से ग्रामीण विकास (आरडी) विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की मौत हो गयी और तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं.
जानकारी के अनुसार, आरडी (2) के कार्यकारी अभियंता संतोष कुमार सामल ने एसडीओ असित कुमार पात्र, जेई निरंजन साहू और ठेकेदार असित कुमार बिस्वाल के खिलाफ कल रात उमेरकोट पुलिस स्टेशन (पीएस) में एफआईआर दर्ज कराई है. ये तीनों फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है.
दूसरी ओर, सूर्यबेड़ा स्थित आरडी के अधीक्षण अभियंता प्रदीप जेना और गुणवत्ता नियंत्रण टीम प्रारंभिक जांच के लिए मौके पर पहुंची. हादसे की गहन जांच के लिए नमूने एकत्र किए गए हैं. निर्माणाधीन पुल ढहने के पीछे तीन कारणों का संदेह किया जा रहा है, जबकि प्रमुख कारण कमजोर सेंट्रिंग को माना जा रहा है. हादसे के बाद रविवार रात को नवरंगपुर कलेक्टर अजीत कुमार मिश्र और एसपी प्रह्लाद सहाय मीणा मौके पर पहुंचे थे और स्थिति का जायजा लिया था.
ओडिशा विकास आयुक्त प्रदीप जेना ने कलेक्टर को इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
नवरंगपुर के सांसद रमेश चंद्र माझी ने ऐसे उप-मानक कार्यों की निंदा की और आश्वासन दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मृतक चतुर्थ श्रेणी के आरडी कर्मचारी महेंद्र माली के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे के साथ-साथ अन्य पूर्व अनुग्रह राशि मिलेगी.
चूंकि मृतक की पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां बची हैं, इसलिए सांसद ने यह भी आश्वासन दिया कि उनके उचित पुनर्वास के लिए कदम उठाए जाएंगे.
जिला प्रशासन ने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के शव को महाप्रयाण वैन द्वारा उसके पैतृक स्थान रायघर भेजने की व्यवस्था की.
कलेक्टर ने जिला रेड क्रॉस फंड से 20,000 रुपये और अंतिम संस्कार के लिए हरिश्चंद्र योजना से 2,000 रुपये भी जारी किए.
इसके अलावा, स्थानीय सांसद रमेश चंद्र माझी ने भी आज अंतिम संस्कार के लिए 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी.