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राउरकेला-भुवनेश्वर स्टेशन ट्रेन स्थगित
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सात बसों में यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया
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लॉकडाउन से पहले बिकती थी मात्र एक टिकट
राजेश बिभार, संबलपुर
रेंगाली में बोकारो-एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन के स्टॉपेज की मांग पर शुक्रवार की सुबह स्थानीय लोगों ने चक्का जाम कर दिया. शुक्रवार की अहले सुबह इलाके के लोग रेंगाली रेलवे स्टेशन में आ धमके और आंदोलन आरंभ कर दिया. उत्तेजित लोग रेल पटरी पर बैठ गए और राउरकेला-पुरी इंटरसिटी एक्सप्रेस को जाम कर दिया. आंदोलन की खबर पर संबलपुर रेल मंडल के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया. इसके बावजूद लोग अपनी जिद पर अड़े रहे. अंतत: रेल प्रबंधन को सख्ती दिखानी पड़ी और आंदोलित लोगों को जबरन रेल पटरी से हटाया गया. आंदोलन के कारण राउरकेला-भुवनेश्वर स्पेशल ट्रेन को रेंगाली स्टेशन में 7.35 बजे से 1.30 बजे तक रूकना पड़ा. अंतत: रेल प्रबंधन ने इस ट्रेन को आज के लिए स्थगित कर दिया. इस ट्रेन के अलावा अन्य कोई भी ट्रेन इस आंदोलन के कारण बाधित नहीं हुआ.
संबलपुर रेल मंडल के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार संबलपुर रेल मंडल ने यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए राउरकेला-भुवनेश्वर में सफर कर रहे सभी रेल यात्रियों को सात बसों में सवार कर उनके गंतव्य की ओर रवाना किया है. रेंगाली स्टेशन में प्रभावित यात्रियों के लिए चाय-नाश्ते की भी व्यवस्था की गई. रेल प्रबंधन की इस व्यवस्था पर यात्रियों ने भी संतोष जाहिर किया. मिले आंकड़े के अनुसार लॉक डाउन से पहले रेंगाली स्टेशन से बोकारो-एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन में सफर के लिए टिकट की बिक्री न के बराबर थी. सप्ताह में दो या चार लोग ही इस स्टेशन से टिकट लेकर इस ट्रेन में यात्रा करते रहे. मसलन रेल प्रबंधन ने ठोस फैसला लिया और रेंगाली स्टेशन में इस ट्रेन के स्टॉपेज पर पाबंदी लगा दी. रेंगाली स्टेशन से संबलपुर 22 एवं रेंगाली से झारसुगुड़ा की दूरी मात्र बीस किलोमीटर है.
रेंगाली से झारसुगुड़ा एवं संबलपुर का रोड कनेक्सन बेजोड़ है. ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि रेगाली के लोग तय समय पर झारसुगुड़ा या फिर संबलपुर पहुंचकर इस ट्रेन में अपने सफर को आगे बढ़ा सकते हैं. बेवजह ट्रेन को रोकने के मसौदे को कतई सहमति नहीं दी जा सकती है. कुल मिलाकर आज के आंदोलन को रेलवे सुरक्षा वाहिनी एवं स्थानीय पुलिस पुलिस ने विफल कर दिया है. अब देखना है रेंगाली के लोग अपनी इस मांग को मनवाने और क्या रूख अख्तियार करते हैं.