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कहा- अब खून की प्यासी हो चुकी है सत्तारूढ़ बीजद
भुवनेश्वर. पश्चिम बंगाल की तरह ओडिशा में भी राजनीति हिंसा शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आवाज उठाने पर जैसे वहां भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है, ठीक उसी तरह राज्य में बीजद सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेताओं को सत्तारूढ़ पार्टी के निर्देश के अनुसार हत्या की जा रही है. बीजद अब खून की प्यासी हो चुकी है. शनिवार रात को भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा महांगा प्रखंड के पूर्व अध्यक्ष कुल मणि बराल की राजनीतिक शत्रुता के कारण विभत्स हत्या किया जाना इसका उदाहरण है. इस में सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा मंत्री प्रताप जेना का हाथ है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोलक महापात्र ने यह आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि महांगा चुनाव क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक भ्रष्टाचार सामने सामने आया था. इसके खिलाफ भाजपा नेता बराल ने आवाज उठाई थी. गरीब लोगों के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना लागू किया था. ऐसे में राज्य की सरकार पार्टी के आधार पर अमीर लोगों को आवास वितरण कर रही थी. इसके विरोध कर भाजपा नेता कुलमणि बराल ने पत्रकार सम्मेलन किया था तथा अयोग्य हिताधिकारियों को कैसे घर दिया जा रहा है, उसका खुलासा किया था. इसके पश्चात डीआरडीए के परियोजना निदेशक ने अयोग्य हिताधिकारियों को नोटिस भेजी थी. इससे क्रोधित हुए सत्तारूढ़ पार्टी के लोगों ने उनकी हत्या की है. इससे पहले भी 2018 में भाजपा नेता विकास नायक की हत्या की गई थी. इस हत्या में शामिल लोगों को भी आज तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है. इससे स्पष्ट हो रहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी के निर्देश के अनुसार भाजपा नेता की हत्या हो रही है तथा सत्तारूढ़ पार्टी हत्यारों को सुरक्षा दे रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में नेताओं को गैरकानूनी तरीके से दिया जा रहा है. अब भाजपा कार्यकर्ता इस तरह के अयोग्य हिताधिकारियों की सूची को समस्त गांव में चस्पा करेंगे. गरीब लोगों को जब तक पक्का घर प्राप्त नहीं मिल जाता तब तक भाजपा अपनी लड़ाई जारी रखेगी. बीजद के गुंडों द्वारा भाजपा नेता की हत्या से भय का वातावरण पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता इससे विचलित ना होकर आगामी दिनों में गरीब लोगों को पक्का कर देने के लिए संघर्ष जारी रखेगें.