अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
राजधानी स्थित विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय द्वारा वर्चुअल मेगा अभिभावक सम्मेलन-2020 आयोजित किया गया. सम्मेलन में लगभग एक लाख से अधिक कीस एल्यूमिनी के छात्र-छात्राओं, अभिभावकों तथा कीस के शुभचिंतकों आदि ने हिस्सा लिया. अपने संबोधन में कीट-कीस के संस्थापक तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत ने सबसे पहले कीस के 30 हजार से भी अधिक बच्चों तथा उनके अभिभावकों का हालचाल जाना. प्रो सामंत को तब अत्यधिक खुशी का अहसास हुआ, जब उनके कीस के बच्चों के अभिभावकों ने उन्हें यह बताया कि उनके बच्चे गांव पर रहकर पढ़ते भी हैं तथा खेती से लेकर अनेक सामाजिक कार्यों में उनका सहयोग भी करते हैं. प्रो अच्युत सामंत ने अभिभावकों को यह बताया कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जिसको अपनाकर उनके बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं. अपने व्यक्तित्व का पूर्णतः विकास कर सकते हैं तथा गरीबी का उन्मूलन कर सकते हैं. इसलिए कोरोना संक्रमण के वक्त भी कीस के बच्चों को अपनी ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ अपने अभिभावकों के कामों में सहयोग देना चाहिए. गौरतलब है कि मार्च, 2020 से लगातार प्रो अच्युत सामंत ने कीस के तीस हजार से भी अधिक बच्चों को नियमित रुप से उनको अपने-अपने गृहगांव पर सूखा खाद्य सामग्री से लेकर उनके पठन-पाठन आदि से जुड़े समस्त संसाधन निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं. अभिभावक सम्मेलन को कीस डीम्ड विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सस्मितारानी सामंत, डा पीके राउतराय कीस डीम्ड विश्वविद्यालय के कुलसचिव, निरंजन बिसी, आदिवासी महासंघ पश्चिम ओडिशा के सेक्रेट्री जनरल, प्रभाकर ओराम, झारसुगुड़ा, लंबोदर सिंह, मयूरभंज, कमरध्वज नायक केंदुझर, घासीराम समृतिका रायगड़ा, परमानंद माझी, कालाहाण्डी तथा सुशील देहुरु, बौध आदि ने सम्मेलन को संबोधित किया. पूरे कार्यक्रम का संचालन प्रमोद कुमार पात्र कीस के डिप्टी सीईओ, कीस ने किया.
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