सुधाकर कुमार शाही, कटक
कटक के डीसीपी प्रतीक सिंह ने लोगों से छठ पूजा को लेकर जारी सरकार की गाइडलाइन का पालन करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि है कोरोना की दूसरी संभावित लहर से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने इस पर्व को भी घर से आयोजित करने के लिए निर्देश जारी किया है. इसलिए आप सभी लोग घरों से छठ पूजा करें, ताकि कोरोना के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके. उल्लेखनीय है कि छठ पूजा उत्तर भारत के लोगों के लिए महापर्व के रूप में जाना जाता है. खासकर बिहारी समाजों के लिए यह आस्था का महापर्व है. इस वर्ष छठ पूजा नदी के किनारे नहीं करने के सरकार के आदेशों को साझा करते हुए कटक के डीसीपी प्रतीक सिंह ने एक बैठक बुलाकर चर्चा की. कटक डीसीपी प्रतीक सिंह ने डीसीपी कार्यालय में बिहारी समाज के करीब 20 से अधिक प्रतिनिधि को बुलाकर समीक्षा बैठक की. यह बैठक मुख्य रूप से अप्रवासी समाज के राज्य संयोजक नंदलाल सिंह के प्रतिनिधित्व में किया गया. समाज के सभी प्रतिनिधियों ने डीसीपी से आग्रह किया कि कोविद के नियमों को पालन करते हुए छठ पूजा करने की इजाजत दी जाए.
हिंदी प्रवासी संघ के महासचिव श्रीराम पांडेय एवं संजय ठाकुर, महानदी छठ पूजा समिति जगतपुर के पुरंजन सिंह, एवं सचिव चंदन सिंह, महानगर छठ पूजा समिति के अध्यक्ष शैलेश वर्मा, सहसचिव मुकुन्द सिन्हा ने डीसीपी के द्वारा उठाए गए इस कदम का स्वागत किया. बैठक में उपस्थित कटक के एडिशनल डीसीपी प्रमोद रथ ने सरकार के इस फैसले को उचित बता कर कई उदाहरण पेश किए, जिसे समाज के सभी प्रतिनिधियों ने सहर्ष स्वीकार किया. अंत में समाज के सभी प्रतिनिधियों ने सरकार के आदेशों को उचित करार देते हुए पालन करने का निर्णय लिया और कहा कि हम सरकार के आदेश को हमेशा से पालन करते आ रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे. कटक डीसीपी ने सरकार के आदेशों को साझा करते हुए सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि अपने अपने समितियों के माध्यम से सभी लोगों को सूचित करें कि वह लोग छठ पूजा के लिए नदी घाट का उपयोग ना करें. वहीं दूसरी ओर प्रतिनिधि के एक व्यक्ति ने सुझाव साझा करते हुए कहा कि सीएमसी के माध्यम से छठ व्रतियों तक नदी का जल टैंकरों के माध्यम से पहुंचाया जाए, जिसे कटक के डीसीपी सिंह ने व्यक्तिगत स्तर पर सहयोग करने की बात कही.