-
ओडिशा के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को इतिहास में दर्ज करने की आवश्यकता – प्रधान
भुवनेश्वर. ओडिशा के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को इतिहास में दर्ज करने की आवश्यकता है. साथ ही गांधीजी के विचारों से ओडिशा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी को संकल्प लेना होगा. 151वीं गांधी जयंती पर राज्य स्वाधीनता संग्रामी समिति के कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिये शामिल होकर केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने यह बात कही. प्रधान ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी डा हरेकृष्ण महताब ने बालेश्वर के इंचुडी से नमक सत्याग्रह किया. गांधीजी की दांडी आंदोलन के बाद यह देश का दूसरा ससे बड़ा आंदोलन था. इसी तरह भद्रक के इरम में स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, तालचेर का प्रजामंडल आंदोलन आदि की प्रासंगिकता आज भी है. इस अवसर पर प्रधान ने कृषि आधारित अर्थव्यवस्था तथा भारत की एकता व अखंडता के लिएकार्य करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री को भी नमन किया. इस कार्यक्रम में शामिल होने से पूर्व प्रधान ने भुवनेश्वर में महात्मा गांधी की प्रतिमूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. उन्होंने कहा कि आज भी बापू की शिक्षा व विचार पूरे मानव जाति के लिए प्रासंगिक है.