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कोविद की स्थिति में सुधार वाले जगहों पर अस्थायी चिकित्सा शिविर, कोविद केयर सेंटर और कोविद केयर होम को बंद करने को मिली छूट
भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कभी कोरोना संक्रमण के लिए हॉट स्पॉट रहे गंजाम जिला और इसका ब्रग्रमपुर नगर निगम क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में आने पर संतोष व्यक्त किया है. इसके साथ ही पटनायक ने सुंदरगढ़, गजपति, और कोरापुट में कोविद की स्थिति में सुधार पर भी संतोष व्यक्त करते हुए कटक-भुवनेश्वर के नगरपालिका प्रशासन और जाजपुर, बरगढ़, खुर्दा और कटक के कलेक्टरों को सुझाव दिया है कि ब्रह्मपुर मॉडल का पालन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन जिलों के कलेक्टर, कोविद की स्थिति में सुधार है, वे अस्थायी चिकित्सा शिविर (टीएमसी), कोविद केयर सेंटर और कोविद केयर होम को बंद करने का निर्णय ले सकते हैं.
इसी प्रकार पटनायक ने निजी अस्पतालों में कोविद रोगियों के लिए और अधिक बेड बनाने, अस्पतालों में गुणवत्ता सेवा का प्रावधान, घर के अलगाव में व्यक्तियों के उपचार की निगरानी और सामुदायिक भागीदारी के साथ क्षेत्र आधारित निगरानी का निर्देश दिया.
एक लाख से अधिक मरीज हो चुके हैं स्वस्थ
मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई दी, क्योंकि राज्य में कोविद-19 से स्वस्थ होने वालों की संख्या एक लाख से अधिक हो चुकी है. साथ ही उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के संक्रमित होने पर चिंता व्यक्त की और सरकारी कार्यालयों में कोविद-19 दिशानिर्देशों के अधिक सख्त पालन के लिए निर्देशित किया. समीक्षा बैठक में भाग लेते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि अतिरिक्त डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों को हॉटस्पॉट जिलों में प्रतिनियुक्त किया जाएगा. कोविद प्रबंधन पर जानकारी साझा करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि राज्य में रिकवरी रेट 77.8% है, जो राष्ट्रीय रिकवरी रेट से थोड़ी अधिक है और राज्य में मृत्यु दर 0.43% है, जो देश में सबसे कम है.
गंभीर रोगियों के लिए स्टेप-डाउन आईसीयू सुविधा शुरू होगी
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि गंभीर रोगियों के लिए स्टेप-डाउन आईसीयू सुविधा शुरू की जाएगी. खुर्दा और कटक जिलों के पर्यवेक्षकों और कटक और भुवनेश्वर के नगर आयुक्तों ने कोविद की स्थिति पर विस्तृत प्रस्तुतियां दीं और बताया कि स्थिति में सुधार हुआ है. पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त भुवनेश्वर-कटक ने बैठक में कोविद के दिशानिर्देशों के सख्त पालन के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी. बैठक में विकास आयुक्त, विशेष राहत आयुक्त-सह अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह ने भाग लिया. 5-टी के सचिव ने बैठक का संचालन किया.