भुवनेश्वर. खुर्दा और कटक जिलों के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार बारिश के कारण बैनचुआ और भार्गवी नदियों की बाढ़ आ गई, जिससे तटीय गांवों में बाढ़ आ गई. सबसे ज्यादा प्रभावित खुर्दा जिले का बालिपाटना ब्लॉक है. यहाँ पाँच पंचायतें जलमग्न हो गई हैं. कथित तौर पर कई कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और खेत में पानी घुस गया है. फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है. भार्गवी नदी से अच्युतपुर गाँव में बाढ़ आने के बाद राजस, पाम्पलो, अलीसी और कुरुन्जिपुर पंचायतों के निवासी प्रभावित हुए हैं. 30 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. राजस को बालिपाटना, निश्चिन्तपुर, गरिया, मधुबन से अलीसी और घसियन्धांती से इंदोलकुसियारी को जोड़ने वाली सड़कें पानी में डूब गयी हैं. इससे आवागमन बाधित है.
खुर्दा के कलेक्टर सीतांशु कुमार राउत ने संबंधित अधिकारियों के साथ बाढ़ से संबंधित नुकसान और राहत कार्य का जायजा लिया. इस बीच कई गैर-सरकारी संगठनों ने भी जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
महानदी नदी की बाढ़ का पानी खुर्दा-बलांगीर राष्ट्रीय राजमार्ग 57 पर बह रहा था और इसलिए बाघमरी-सरुआ के बीच सड़क संचार बाधित हो गया है.
कटक जिले में बांकी सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आठगढ़ ब्लॉक के तिगिरिया जलमग्न हो गया है. स्थानीय लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कटक के जिलाधिकारी भवानी शंकर चयनी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहत प्रबंधन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है.
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