भद्रक. ओडिशा के लगभग सभी जिलों में पिछले दो दिनों के दौरान लगातार बारिश हुई है. उत्तरी ओडिशा के जिलों में बहुत भारी वर्षा हुई है. रिमझिम बारिश जारी है और अगले दो दिनों तक रहने की संभावना है. इस परिदृश्य के बीच भद्रक के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति और जल-जमाव देखा गया है. जिला मुख्यालय से करीब 37 किलोमीटर दूर अरड़ी गांव में स्थित प्राचीन अखंडमणि मंदिर में मंगलवार रात आंधी पानी घुस गया. रिपोर्टों के अनुसार, पानी पश्चिम द्वार और गेट पादुका कुंड या पवित्र जल कुंड के माध्यम से गर्भगृह (गर्भ गृह) के परिसर में प्रवेश किया. प्रमुख देवता (शिव लिंग) पानी में डूब गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन साल पहले राज्य सरकार द्वारा मंदिर में एक पुनर्स्थापन कार्य किया गया था. स्थानीय लोगों ने कहा कि जिला प्रशासन को भारी बारिश के दौरान मंदिर में पानी घुसने के इस मामले में हस्तक्षेप करने और उसे व्यवस्थित करने की जरूरत है. मंदिर में जल भराव के कारण आज सुबह मंगल आरती और अन्य अनुष्ठानों के आयोजन में देरी हुई.
बारिश अपडेट- बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति नहीं
भुवनेश्वर. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा कि अब तक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. हालांकि जाजपुर और भद्रक जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना है. भारी बारिश के बीच बैतारिनी नदी में उफान है. यह आनंदपुर में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है. हालांकि यह अखुपड़ा में खतरे के स्तर से नीचे बह रही है, जिसके ऊपर बढ़ने की संभावना है. जाजपुर और भद्रक जिले में कल सुबह के आसपास बैतारिनी के निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना है. कृषि भूमि जलमग्न है. तीन जिलों-भद्रक, जाजपुर और केंद्रापड़ा के कलेक्टरों को बहुत सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
बारिश अपडेट – केंद्रापड़ा शहर हुआ जलमग्न
केंद्रापड़ा. राज्यभर में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में गंभीर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. केंद्रापड़ा शहर में वार्ड नंबर 11, 12, 17, 18, 20 और 21 में आज सुबह से ही हर जगह घुटने भर पानी जमा होने की खबर है. इससे जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. स्थानीय लोगों को डर है कि स्थिति और भी विकट हो सकती है, क्योंकि बारिश जारी है. अधिकारियों की एक टीम जलभराव वाले इलाकों में पहुंची और स्थिति का आकलन किया. अंतिम रिपोर्ट आने तक, इन वार्डों में सामान्य जीवन जारी है.