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एनटीए ने जारी की अधिसूचना, सुप्रीम कोर्ट के बयान का दिया हवाला
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कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने की थी परीक्षाएं स्थगित करने की मांग
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. ओडिशा सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को लिखा था पत्र लिखा
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राज्य के सभी 30 जिलों में परीक्षा केंद्र खोने का आग्रह
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को ओडिशा सरकार के आग्रह को दरकिनार करते हुए कहा कि जेईई (मुख्य) और एनईईटी परीक्षाएं निर्धारित समय पर आयोजित होंगी. एनटीए ने शुक्रवार को स्पष्ट रूप से कहा कि परीक्षाएं पाठ्यक्रम पर हैं और यह परीक्षा आयोजित की जाएंगी. इसके लिए एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रकाश डाला, जिसमें कहा गया था कि हम पाते हैं कि नीट यूजी-2020 और जेईई (मुख्य), 2020 से संबंधित परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए की गई प्रार्थना में कोई औचित्य नहीं है. हमारी राय में, हालांकि एक महामारी की स्थिति है. अंततः जीवन को आगे बढ़ाना है और छात्रों के करियर को लंबे समय तक संकट में नहीं डाला जा सकता है और एक पूर्ण शैक्षणिक वर्ष बर्बाद नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि परीक्षाएं सावधानी के साथ आयोजित की जा रही हैं और इसे स्थगित नहीं किया जाएगा. इस प्रकार हम रिट याचिका में कोई योग्यता नहीं पाते हैं.
नवीनतम अधिसूचना के अनुसार, एनटीए ने कहा कि कोविद-19 के कारण जेईई (मुख्य) उम्मीदवारों को अपने केंद्र बदलने के लिए पांच अवसर प्रदान किए गए थे. कुल 6,61,911 उम्मीदवारों ने इस अवसर का लाभ उठाया और उन्हें अपने नवीनतम (संशोधित) विकल्प के आधार पर केंद्रों पर परीक्षा देने की सुविधा दी जायेगी.
एक सितंबर से छह सितंबर, 2020 तक होने वाली जेईई (मुख्य) परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड तैयार है. अब तक, 8,58,273 उम्मीदवारों में से 6,49,223 ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए हैं. कुल उम्मीदवारों में से 99.07 प्रतिशत को उनकी पसंद की पहली पसंद केंद्र दिया गया है. अब तक केवल 120 उम्मीदवारों ने उन्हें आवंटित किए गए केंद्र शहरों में बदलाव के लिए अनुरोध किया है, जिसे सहानुभूतिपूर्वक देखा जा रहा है. 13 सितंबर को होने वाली नीट (यूजी) के एडमिट कार्ड जल्द ही जारी होने वाले हैं. कुल 15,97,433 उम्मीदवारों में से, 99.87 प्रतिशत को उनके पसंदीदा शहर की पहली पसंद ही प्रदान किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि ओडिशा सरकार ने आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर आगामी सितंबर के पहले पखवाड़े में होने वाली जेईई (मुख्य) और एनईईटी परीक्षाओं को स्थगित करने का आग्रह किया था.
इसके अलावा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्रीय मंत्री से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को निर्देश देने का भी अनुरोध किया था. एनटीए ने क्रमशः एक से छह सितंबर और 13 सितंबर को तकनीकी और चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए जेईई (मुख्य) और नीट परीक्षा आयोजित करने का समय निर्धारित किया है. इस वर्ष ओडिशा के 50,000 से अधिक छात्र नीट में तथा जेईई (मुख्य) में लगभग 40,000 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे.
पटनायक ने कहा कि एनटीए ने राज्य के केवल सात टाउनशिप में परीक्षा केंद्र खोले हैं, यह बहुत ही असुरक्षित और खतरनाक होगा, क्योंकि कोरोना का प्रकोप जारी है. इस महामारी के बीच परीक्षण केंद्रों में छात्र जायेंगे, जिससे संक्रमित होने का जोखिम बना रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा संबंधित जिला प्रशासन द्वारा लगातार शटडाउन और लाकडाउन सकारात्मक मामलों को देखते किया जा रहा है. इससे वाहनों का परिचालन बाधित होता है. इस कारण राज्य में जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले छात्र परीक्षा में बैठने से वंचित रह सकते हैं, क्योंकि उन्हें परीक्षा केंद्रों पर आने के लिए लंबी दूरी तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि इन सबके मद्देनजर यह अनुरोध किया जाता है कि छात्रों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जेईई (मुख्य) और एनईईटी परीक्षाओं को बाद की तारीख तक स्थगित किया जाये. इसके अलावा जब भी एनटीए परीक्षा आयोजित करे तो उसे राज्य के सभी 30 जिलों में केंद्र खोलने के लिए निर्देशित किया जाये, ताकि छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए अधिकतम 2-3 घंटे की ही यात्रा करनी पड़े और उसी दिन घर वापस जाने में दिक्कत न हो. इससे अधिक से अधिक संख्या में छात्रों के परीक्षा में भागीदारी सुनिश्चित हो सकती है.