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कई जिलों के लिए पीली व नारंगी चेतावनियां जारी
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कच्चे घरों और कच्ची सड़कों को नुकसान पहुंचने की संभावना
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मुछआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
भुवनेश्वर. बंगाल के उत्तर-पूर्वी खाड़ी और पड़ोस में स्थित एक चक्रवाती माहौल के कारण 19 अगस्त को एक ताज़ा निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके बाद के 24 घंटों के दौरान इसके और अधिक चिह्नित होने और पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इसे देखते हुए कुछ जिलों के लिए चेतावनियां जारी की गयी हैं. कच्चे मकान और कच्ची सड़कों को क्षति पहुंचने की उम्मीद है. मछुआरों समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.
यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग ने अपने नवीनतम बुलेटिन में दी है. इसे देखते हुए कल सुबह 8.30 बजे तक बरगढ़, सुंदरगढ़, संबलपुर, देवगढ़, झारसुगुड़ा, केंदुझर, अनुगूल, मयूरभंज, बालेश्वर, जाजपुर, भद्रक और केंद्रापड़ा जिलों के लिए एक पीली चेतावनी जारी की गई है. उल्लेखनीय जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. ओडिशा के उत्तर आंतरिक जिलों में और बाकी जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. 19 अगस्त तक कम दबाव का क्षेत्र अच्छी तरह से चिह्नित हो पायेगा. संबलपुर, देवगढ़, अनुगूल, ढेंकानाल, सुंदरगढ़, कटक, केंद्रापड़ा, जाजपुर जिलों में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
अनुगूल, देवगढ़ और संबलपुर जिलों के साथ भद्रक, बलांगीर, सोनपुर, केंदुझर में भारी वर्षा अलग-अलग स्थानों पर होने की संभावना है. तदनुसार, निचले इलाकों में जलभराव की संभावना है और कच्चा घरों और कच्ची सड़कों को नुकसान की संभावना है. इसके अतिरिक्त, एक ही दिन के लिए मयूरभंज, बालेश्वर, झारसुगुड़ा, बरगढ़, जगतसिंहपुर, बौध, कलाहांडी और कोरापुट जिलों में अलग-अलग स्थानों पर एक पीली रंग की चेतावनी जारी की गयी है. यहां भारी वर्षा होने की संभावना है.
21 अगस्त के लिए, बरगढ़, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, केंदुझर और देवगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर नारंगी चेतावनी जारी की गयी है. यहां भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अतिरिक्त, अनुगूल, ढेंकानाल, मयूरभंज, बलांगीर और नुआपड़ा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर पीली चेतावनी जारी की गयी है. यहां भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम के बिगड़के मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी कि वे 19 और 20 अगस्त को ओडिशा तट के साथ समुद्र में दूर तक न जाएं. इस दौरान 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा बह सकती है.