गोविंद राठी, बालेश्वर
देश की प्रीमियर रक्षा प्रयोगशाला आईटीआर द्वारा नवीनतम तकनीकों की शक्ति का उपयोग कर बनाये गये ड्रोन की सहायता से शहर में सेनिटाईजेसन का कार्य किया जा रहा है. आईआईटी चेन्नई एवं आईटीआर के एक संयुक्त उद्यम में विकसित किए गए ड्रोन से शहर के विभिन्न हिस्सों को आसानी से सेनिटाईज किया गया. यह ड्रोन पूरी तरह से स्वदेशी लैब में बनाया गया है. यह एक ही बार में कई काम कर सकता है. यह स्वचालित रूप से भी काम कर सकता है. रिमोट द्वारा निर्दिष्ट क्षेत्र में जाने के बाद अपने स्थान पर लौटने का विकल्प भी है, क्योंकि इसमें जीपीएस है.
इसी तरह, इसमें चार नोजल हैं. यह 15 से 20 लीटर सेनिटाइजर से भरा जा सकता है और 20 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरकर क्षेत्र में छिडकाव करने की क्षमता भी रखता है. पहले चरण में शहर के पुलिस लाइन को इन ड्रोन की मदद से सैनिटाइज किया गया. आईटीआर के निदेशक डा. बीके दास ने कहा कि ड्रोन आधारित सेनिटाइजेसन से संचालक को किसी भी तरह से संक्रमण का जोखिम नहीं होगा. आने वाले दिनों में इसकी मदद से कांटेंटमेंट जोन में भी सेनिटाइज किया जा सकता है. इससे कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है.